बाबूराम भट्टाराई की जेन-ज़ेड के युवाओं से अपील
नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री बाबूराम भट्टाराई की जेन-ज़ेड के युवाओं से अपील
"जेन-ज़ेड के युवाओं से हार्दिक अपील
प्रिय युवा मित्रों,
आप सभी का हृदय की गहराइयों से विनम्र अभिवादन!
भाद्रपद 23 के ऐतिहासिक जन-प्रतिरोध के दौरान नव-फासीवादी शासकों की गोलियों से शहीद हुए महान शहीदों को हार्दिक श्रद्धांजलि! उनके शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना! घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना!
मुझे आप पर अत्यंत गर्व है कि देश की नई पीढ़ी ने एक नया इतिहास रचना शुरू कर दिया है। कहा जाता है कि नेतृत्व इतिहास की आवश्यकता और आकस्मिकता से ही जन्म लेता है। और नया नेतृत्व संघर्ष के माध्यम से पुराने विचारों और पुराने नेतृत्व को हटाकर ही स्थापित होता है। नेपाल में इसकी शुरुआत एक ऐतिहासिक महत्व की घटना है। इसके लिए आपको हार्दिक बधाई!
एक और प्रसिद्ध कहावत भी है- इतिहास खुद को दोहराता है, क्योंकि मनुष्य अपनी गलतियाँ दोहराते हैं। (इतिहास खुद को दोहराता है, क्योंकि लोग अपनी गलतियाँ दोहराते हैं।) इसलिए, इन बातों पर ध्यान दें:
- आंदोलन को तब तक नहीं छोड़ना चाहिए जब तक वह अपने लक्ष्य तक न पहुँच जाए। नेतृत्व को अधिकतम और न्यूनतम लक्ष्य निर्धारित करके और शक्ति संतुलन का आकलन करके विवेकपूर्ण निर्णय लेना चाहिए।
- संघर्ष का जो स्वरूप निर्धारित किया गया है (वर्तमान शांतिपूर्ण स्वरूप!), उस पर अडिग रहना चाहिए। किसी के बहकावे में न आएँ।
- आंदोलन में गलत तत्वों की घुसपैठ रोकने और समय रहते 'भेड़ की खाल में भेड़ियों' की पहचान करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए, और यदि वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें तुरंत रोकने की योजना बनानी चाहिए।
- हमारी कहावत, 'जमीन उठाने की कोशिश करो, तो धरती को जमीन में मत गिरने दो', हमेशा याद रखनी चाहिए। नेपाल के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में, भ्रष्टाचार को रोकने, आर्थिक समृद्धि प्राप्त करने और राजनीतिक स्थिरता प्राप्त करने के लिए इस संविधान में महत्वपूर्ण प्रगतिशील सुधारों की आवश्यकता है, लेकिन संप्रभु जनता को संविधान सभा द्वारा निर्मित संविधान को नष्ट करने या गणतंत्रवाद, संघवाद, धर्मनिरपेक्षता और समावेशी लोकतंत्र जैसे मूलभूत स्तंभों के साथ छेड़छाड़ करने की गलती नहीं करनी चाहिए।
आप सभी को पूर्ण सफलता और उज्ज्वल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएँ!
- बाबूराम भट्टाराई"