द्विवेदी: राजनीतिक दलों को पहले से भरे हुए फॉर्म... ... बिहार मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, विपक्षी दलों की याचिकाएँ
द्विवेदी: राजनीतिक दलों को पहले से भरे हुए फॉर्म लेकर घर-घर जाने और हस्ताक्षर लेने का अधिकार दिया गया है। हम फॉर्म लेंगे और फिर उसे चुनाव आयोग के ECI net में डाल देंगे। यानी 3.1 करोड़ लोगों को फॉर्म भरने के अलावा कुछ नहीं करना होगा।
2003 के बाद सभी से संपर्क करना है और मतदाता सूची के आधार पर फॉर्म भरकर हस्ताक्षर लेने हैं। इसलिए जनवरी 2025 में तैयार की गई आखिरी मतदाता सूची को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा रहा है।
अगर हम इसे नज़रअंदाज़ करने का इरादा रखते हैं, तो यह एक गंभीर मामला होगा। लेकिन हम बस इतना पूछ रहे हैं कि जिनके पिता और माता का नाम सूची में नहीं है, वे कृपया इन 11 दस्तावेज़ों में से कोई एक दस्तावेज़ दिखाएँ जो आपकी नागरिकता साबित करे।
ज बागची: नागरिकता क्यों? सिर्फ़ पहचान। आपके द्वारा बताए गए इन दस्तावेज़ों में से कोई भी या अपने आप में नागरिकता का प्रमाण नहीं है।