विश्व स्तनपान सप्ताह 2025: मातृत्व, शिशु और समाज के बेहतर भविष्य में निवेश की पुकार
हर साल की तरह, इस बार भी 1 से 7 अगस्त तक ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ (World Breastfeeding Week 2025) मनाया जा रहा है, लेकिन इस बार इसकी थीम सिर्फ एक स्वास्थ्य आदत को बढ़ावा देने तक सीमित नहीं है—बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक, आर्थिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य निवेश की पुकार है;
World Breastfeeding Week 2025 1-7 August 2025
विश्व स्तनपान सप्ताह1 से 7 अगस्त 2025 विशेष समाचार
हर साल की तरह, इस बार भी 1 से 7 अगस्त तक ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ (World Breastfeeding Week 2025) मनाया जा रहा है, लेकिन इस बार इसकी थीम सिर्फ एक स्वास्थ्य आदत को बढ़ावा देने तक सीमित नहीं है—बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक, आर्थिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य निवेश की पुकार है।
नई दिल्ली, २ अगस्त २०२५. इस वर्ष यह सप्ताह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूनिसेफ, और दुनिया भर के स्वास्थ्य मंत्रालयों और नागरिक संगठनों के सहयोग से, ‘स्वस्थ शुरुआत, आशावान भविष्य’ अभियान के तहत मनाया जा रहा है।
जीवन का पहला और सबसे अहम पोषण है स्तनपान
स्तनपान केवल शिशु को दूध पिलाने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह शिशु के संपूर्ण विकास, मातृ स्वास्थ्य और एक बेहतर समाज की आधारशिला है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, छह माह तक के नवजात शिशुओं को केवल स्तनपान कराने की सिफारिश की जाती है। इससे शिशु को संक्रमणों से सुरक्षा मिलती है, बुद्धि का विकास होता है, मोटापा और डायबिटीज़ जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है।
स्तनपान कराने वाली माताओं को भी स्तन और डिम्बग्रंथि के कैंसर का खतरा कम होता है।
स्तनपान : एक सामाजिक और आर्थिक निवेश
इस वर्ष ‘विश्व स्तनपान सप्ताह’ का सन्देश स्पष्ट है — स्तनपान में निवेश, समाज में निवेश है।
स्तनपान केवल व्यक्तिगत लाभ नहीं देता, बल्कि:
- स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर दबाव कम करता है,
- लंबे समय में आर्थिक उत्पादन को बढ़ाता है,
- और पीढ़ियों को सशक्त करता है।
इसलिए इस सप्ताह के दौरान माताओं को सूचना, मार्गदर्शन और सकारात्मक सामाजिक और कार्यस्थल वातावरण देने की बात पर ज़ोर दिया जा रहा है।
बेहतर स्वास्थ्य सेवा की ज़रूरत
हर साल लगभग 2.6 लाख महिलाएँ गर्भावस्था या प्रसव के दौरान दम तोड़ देती हैं। वहीं 20 लाख नवजात पहले महीने में और उतने ही मृत शिशु जन्म के दौरान मर जाते हैं — ये अधिकतर मौतें टाली जा सकती थीं।
ऐसी स्थिति में गुणवत्तापूर्ण प्रसवपूर्व और पश्चात देखभाल, प्रशिक्षित दाइयों और स्वास्थ्य सेवाओं की अनिवार्यता है।
WHO का ज़ोर है कि स्तनपान सहायता को स्वास्थ्य प्रणाली का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए।
ग्लोबल वेबिनार और संसाधनों की प्रस्तुति
आगामी 5 अगस्त 2025 को, ‘Global Breastfeeding Collective’ द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया जाएगा, जिसमें तीन प्रमुख संसाधन प्रस्तुत किए जाएंगे:
- मेडिकल शिक्षा में स्तनपान अध्याय;
- ‘बेबी-फ्रेंडली हॉस्पिटल’ निगरानी मैनुअल;
- ‘कम्पिटेंसी वेरीफिकेशन टूलकिट’ – स्वास्थ्यकर्मियों के प्रशिक्षण के लिए।
इस वेबिनार में विभिन्न देशों के प्रतिनिधि, माताओं की अनुभव कथाएँ और नीतिगत विमर्श शामिल होगा।
स्तनपान के आंकड़ों की हकीकत
- केवल 48% शिशुओं को ही 6 माह तक पूर्ण स्तनपान मिल पाता है।
- सबसे अधिक नवजात मौतें (2.3 मिलियन) पहले 28 दिनों में होती हैं।
- अफ्रीका और दक्षिण एशिया में नवजात मृत्यु दर सबसे अधिक है।
मातृत्व के अधिकार और जागरूकता
विश्व स्तनपान सप्ताह का उद्देश्य है कि समाज मातृत्व को बोझ नहीं, अधिकार और शक्ति के रूप में स्वीकार करे।
हर कार्यस्थल, परिवार, स्वास्थ्य संस्थान को स्तनपान को समर्थन देने वाली संवेदनशीलता और संरचना विकसित करनी होगी।
स्तनपान एक प्राकृतिक अधिकार है — न कि एक विकल्प।
यह शिशु के लिए पोषण और सुरक्षा है, माँ के लिए स्वास्थ्य है, और समाज के लिए एक समृद्ध भविष्य का बीज।
इस सप्ताह आइए हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हर माँ को मिले वह सहारा, वह शिक्षा और वह माहौल, जो उसके और उसके शिशु के बेहतर भविष्य की नींव बने।
#WorldBreastfeedingWeek2025 #स्तनपान_हक_है #स्वस्थ_माँ_स्वस्थ_शिशु #BreastfeedingIsInvestment #WBW2025 #HealthForAll