बिहार कांग्रेस का आरोप: डिप्टी CM विजय सिन्हा दो जगह के मतदाता, दोनों जगह SIR फॉर्म भरा! चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल। #BiharPolitics

बिहार कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा पर दो जगह से मतदाता होने और SIR फॉर्म भरने का गंभीर आरोप लगाया। चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल।;

By :  Hastakshep
Update: 2025-08-10 05:03 GMT

बिहार कांग्रेस का बड़ा आरोप: "दो जगह के मतदाता निकले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा"

बिहार कांग्रेस का बड़ा आरोप: "दो जगह के मतदाता निकले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा"

बिहार कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा (Deputy Chief Minister Vijay Sinha) पर दो जगह से मतदाता होने और SIR फॉर्म भरने का गंभीर आरोप लगाया। चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल।

कांग्रेस ने एक्स (Twitter) पर किया खुलासा

नई दिल्ली, 10 अगस्त 2025. बिहार कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट जारी कर राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

कांग्रेस ने दावा किया है कि विजय सिन्हा दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों — लखीसराय और बांकीपुर (पटना) — में मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं और दोनों जगह उन्होंने SIR फॉर्म भी भरा है।

दोनों जगह ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नाम होने का दावा

कांग्रेस के मुताबिक, दोनों क्षेत्रों की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में विजय सिन्हा का नाम भी शामिल है। इस पर सवाल उठाते हुए पार्टी ने पूछा —

  • क्या वे पिछले चुनावों में दोनों जगह वोट डालते रहे हैं?
  • क्या चुनाव आयोग ने उन्हें दो मताधिकार (dual voting rights) दे रखे हैं?
  • नियमों के खिलाफ जाकर उन्होंने दो जगह से SIR फॉर्म क्यों भरा?
  • चुनाव आयोग ने एक ही व्यक्ति का नाम दो जगह ड्राफ्ट लिस्ट में कैसे डाल दिया?

FIR और इस्तीफे की मांग

अपने पोस्ट में कांग्रेस ने कहा कि यह एक बड़ा चुनावी फ्रॉड है, जिस पर तुरंत FIR दर्ज होनी चाहिए और विजय सिन्हा को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।

पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के नियम गरीबों, मजदूरों, दलितों और पिछड़ों के लिए सख्ती से लागू होते हैं, लेकिन भाजपा नेताओं के लिए उन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है।

"भाजपा और चुनाव आयोग का गठजोड़" — कांग्रेस

कांग्रेस ने अपनी पोस्ट में लिखा —

"यह फ्रॉड भाजपा और चुनाव आयोग के गठजोड़ का नतीजा है। देश भर में भाजपाइयों को दोहरी–तिहरी नागरिकता दी जा रही है। कहीं एक पते पर 80–80 वोट दर्ज हैं, तो कहीं एक व्यक्ति 4–4 बार वोट डाल रहा है। चुनाव आयोग और भाजपाई — चोर–चोर मौसेरे भाई!"

राजनीतिक असर और संभावित विवाद

यह आरोप ऐसे समय आया है जब बिहार की राजनीति (Politics of Bihar) पहले से ही एसआईआर पर आर-पार के कारण (Bihar political controversy August 2025) गरमाई हुई है।

अगर कांग्रेस के आरोपों की आधिकारिक जांच होती है और वे सही साबित होते हैं, तो यह न केवल विजय सिन्हा के लिए, बल्कि भाजपा और चुनाव आयोग की विश्वसनीयता के लिए भी एक बड़ा झटका हो सकता है।

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