‘अपना टाइम आयेगा’ की कविता : कविता पर कवियों की बपौती के सिद्धांत की धज्जियाँ उड़ाती है ‘गली बॉय’
आपकी नज़र | मनोरंजन : ‘अपना टाइम आयेगा’ (apna time aayega) - जुनून की नैतिकता का आप्त कथन। प्रमाद ग्रस्त आदमी विद्रोह के जरिये सामान्य नैतिकता को...
संयुक्त मोर्चा की कठमुल्लावादी समझ
कहना न होगा, प्रभात पटनायक की समस्या आधार और अधिरचना के बारे में चली आ रही तथाकथित मार्क्सवादी अवधारणा से जुड़ी हुई समस्या है, जिसमें सामाजिक विकास...








