वोट काउंटिंग और असली नतीजे: जस्टिस मार्कंडेय काटजू की बिहार चुनाव पर टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्कंडेय काटजू बिहार चुनाव पर बात करते हुए कहते हैं कि असली मुद्दा यह नहीं है कि लोग कैसे वोट देते हैं, बल्कि यह है कि बैलेट बॉक्स आखिर में क्या रिकॉर्ड करता है।

Justice Markandey Katju's open letter to the Supreme Court judges: Serious questions on the working style of judges
वोट काउंटिंग असली नतीजे को कैसे तय करती है
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्कंडेय काटजू बिहार चुनाव पर बात करते हुए कहते हैं कि असली मुद्दा यह नहीं है कि लोग कैसे वोट देते हैं, बल्कि यह है कि बैलेट बॉक्स आखिर में क्या रिकॉर्ड करता है। चाहे बैलट पेपर पर हो या इलेक्ट्रॉनिक मशीन पर, जिसके बारे में वह चेतावनी देते हैं कि उसमें हेरफेर किया जा सकता है। पढ़ें उनकी छोटी टिप्पणी
जस्टिस मार्कंडेय काटजू
बिहार चुनाव हमें सिखाता है कि बैलेट बॉक्स में क्या जाता है, यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि उस में से क्या निकलता है।
हो सकता है आपने उम्मीदवार A को वोट दिया हो, लेकिन बैलेट बॉक्स से निकलने वाला वोट यह दिखा सकता है कि आपने उम्मीदवार B को वोट दिया है।
यही नियम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग पर भी लागू होता है, क्योंकि मशीन को कंट्रोल करने वाले लोग ही उसमें हेराफेरी कर सकते हैं।
(जस्टिस काटजू भारत के सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)


