चुनावी नतीजों पर राजद का तीखा बयान, EVM और प्रशासनिक दखल पर उठाए गंभीर सवाल

बिहार विधानसभा के चुनाव परिणाम के बाद सियासी बयानबाज़ी तीखी होती जा रही है। इसी क्रम में राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने चुनाव परिणामों को लेकर गंभीर आपत्तियाँ दर्ज कीं हैं। उनका कहना है कि यह कोई साधारण जनादेश नहीं, बल्कि “मशीनरी मैनेजमेंट” का नतीजा है, जिसने पूरे लोकतांत्रिक ढांचे को हिला दिया है।

यादव का आरोप है कि धरातल पर न दिखने वाली ताकतें अचानक चुनावी नतीजों में शीर्ष पर पहुंचीं, जबकि मजदूर, किसान और बेरोजगार नौजवान—जो बदलाव की उम्मीद लेकर बैठे थे—खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा कि जब तक चुनावी परिणाम मशीनों और तंत्र के दखल से प्रभावित होते रहेंगे, तब तक बिहार के करोड़ों युवाओं के सपने पूरे नहीं हो पाएंगे, भले ही वे जनादेश का सम्मान करते हों।

राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा-

"बिहार का चुनाव का परिणाम कोई आम परिणाम नहीं बल्कि मशीनरी मैनेजमेंट का परिणाम है।

यहां EVM मैनेजमेंट की सुनामी आई जिसमें बिहार का लोकतंत्र बहता हुआ दिख रहा है।

ध्यान रहे जो गुजराती कल पटना में था वो कल लखनऊ में होगा परसो कोलकाता में...

बिहार कि जनता अवाक है!

जो लोग , जो पार्टियां पूरे चुनाव धरातल पर दिखाई नहीं दिया वो आज अर्श पर है और फर्श पर बैठे पलायन करने वाले मजदूर , किसान , बेरोजगार नौजवान को अर्श से ठेंगा दिखा रहे हैं।

2 करोड़ 90 लाख युवा जो बिहार से बाहर जाकर मजदूरी करते थे उनका सपना था कि उसका बिहार बदलेगा, उसे उसके बिहार में ही काम मिलेगा, उसे भी अपने परिजनों के साथ बिहार में ही रहने का मौका मिलेगा उसके सपनों को उन 2 करोड़ 90 लाख बिहारी युवाओं के सपने तब तक पूरे नहीं होने वाले जब तक ये मशीनरी मैनेजमेंट से चुनाव के परिणाम बदले जाते रहेंगे।

हम जनादेश का सम्मान जरूर करते हैं लेकिन ये जनादेश मशीनरी मैनेजमेंट का हिस्सा है, ये बात पूरा बिहार जानता है।"