उच्च न्यायपालिका के दबाव के कथित दावे के बाद एनसीएलएटी न्यायाधीश ने खुद को मामले से अलग किया

राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) के न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा ने एक महत्वपूर्ण मामले से खुद को अलग कर लिया है। अपने आदेश में उन्होंने कहा कि उच्च न्यायपालिका के एक वरिष्ठ एवं सम्मानित सदस्य ने उनसे एक विशेष पक्ष के पक्ष में फैसला सुनाने का दबाव बनाने की कोशिश की थी।

बीती 13 अगस्त को दिए एक आदेश मेंन्यायमूर्ति शर्मा ने लिखा, “हमें यह देखकर दुख हो रहा है कि हममें से एक सदस्य (न्यायिक) से इस देश की उच्च न्यायपालिका के सबसे सम्मानित सदस्यों में से एक ने संपर्क कर मामले के परिणाम को प्रभावित करने का प्रयास किया है। इसलिए, मैं इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग करता हूँ।”