‘सबसे छोटा सत्र’: गौरव गोगोई का मोदी सरकार पर आरोप
राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा की मांग: दिल्ली धमाके का मुद्दा
चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्न: लोकतंत्र की सुरक्षा का सवाल
बढ़ते प्रदूषण पर चिंता: स्वास्थ्य सुरक्षा का राष्ट्रीय संकट
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा-
"मोदी सरकार लोकतंत्र और संसदीय परंपरा को ख़त्म करने पर तुली है।
संसद का शीतकालीन सत्र सिर्फ़ 19 दिन का है, जिसमें सिर्फ 15 दिन ही चर्चा हो पाएगी। शायद यह सबसे छोटा सत्र होगा। मगर हम चाहते हैं कि इस सत्र में देश के मुख्य मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए।
जैसे:
⦁ राष्ट्रीय सुरक्षा: दिल्ली में हुए धमाके पर चर्चा हो, जो कि देश के गृह मंत्रालय की नाकामियों का सबूत है
⦁ लोकतंत्र की सुरक्षा: चुनाव आयोग राजनीतिक पक्षपात कर रहा है, ऐसे में वोटर लिस्ट और इलेक्शन सिक्योरिटी पर भी चर्चा होनी चाहिए
⦁ स्वास्थ्य की सुरक्षा: देश के हर कोने में एयर पॉल्यूशन बढ़ रहा है, जो काफी गंभीर मामला है और हम इसपर भी चर्चा चाहते हैं
⦁ आर्थिक सुरक्षा: हम देश के किसानों, श्रमिकों के अधिकारों पर भी चर्चा करना चाहते हैं, जहां किसान फसलों के सही दाम न मिलने और श्रमिक कारखानों में सुरक्षा न मिलने से परेशान है
⦁ प्राकृतिक सुरक्षा: देश में बाढ़, लैंडस्लाइड और हरिकेन जैसी प्राकृतिक आपदाओं पर भी बात हो, क्योंकि इस मामले में सरकार की कोई तैयारी नहीं है
⦁ विदेश नीति की सुरक्षा: हम विदेश नीति पर भी चर्चा चाहते हैं, क्योंकि हालात ऐसे बन गए हैं, जहां मोदी सरकार दूसरे देशों के हिसाब से अपनी नीति बना रही है
मोदी सरकार संसदीय मर्यादा को डिरेल कर रही है और लोकतांत्रिक परंपरा की कब्र खोद रही है। इन मुद्दों पर सभी विपक्षी दल एक साथ हैं।
हमारी मांग है कि लोकतंत्र के मंदिर में लोकतांत्रिक परंपरा के साथ देश और जनता के मुद्दों पर चर्चा हो। "

