“आपदा पीड़ितों का दुःख मेरा अपना है” : हिमाचल के सीएम सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने प्रभावित परिवारों से की मुलाक़ात

  • “लोगों के सपने और मेहनत मलबे में दफ़न हो गए” – सुक्खू
  • सरकार हर पीड़ित परिवार को फिर से बसाएगी
  • मणिमहेश यात्रा में फँसे 1166 श्रद्धालुओं का सफल रेस्क्यू

वायुसेना और प्रशासन के संयुक्त अभियान से 524 श्रद्धालु सुरक्षित

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आजकुल्लू के अखाड़ा बाज़ार में आपदा-प्रभावित परिवारों से मुलाक़ात की और उनका दुःख-दर्द बांटा। उन्होंने कहा कि इस भयावह आपदा ने लोगों के सपनों, मेहनत और उम्मीदों को मलबे में बदल दिया है। मैंने जो पीड़ा प्रभावित परिवारों की आँखों में देखी है, उसे शब्दों में व्यक्त कर पाना बेहद कठिन है।

मुख्यमंत्री ने कहा-

"आपदा प्रभावितों की पीड़ा, उनका दुःख मेरा अपना है। इस भीषण आपदा में उनकी आँखों के सामने घर, सपने और ज़िंदगी भर की पूँजी- सब कुछ बह गया।

मैं साथ हूँ, प्रदेश की सरकार आपके साथ है। हम सबको फिर से बसाएँगे और हर संभव मदद करेंगे।

मैं जानता हूँ, यह वक़्त हम सबके लिए बहुत भारी है। आपदा प्रभावित परिवारों से कहना चाहता हूँ कि आप में से कोई भी अकेला नहीं है।

पिछले 24 घंटों में मणिमहेश यात्रा में फँसे 1166 श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। आज सुबह 6:30 बजे वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर से शुरू हुए अभियान में 12 उड़ानों के ज़रिए 524 श्रद्धालुओं को भरमौर से चंबा पहुँचाया गया, जहाँ से एचआरटीसी बसों के माध्यम से उन्हें निःशुल्क नूरपुर व पठानकोट भेजा गया। अधिकतर श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल लिया गया है और शेष का रेस्क्यू कल जारी रहेगा। इस ऑपरेशन में शामिल सभी का हृदय से आभार।"