बेलेम में COP30: PAHO की सभी यात्रियों से पीत ज्वर और खसरे का टीका लगवाने की अपील
बेलेम में COP30 से पहले, PAHO/WHO ने यात्रियों को पीत ज्वर और खसरे का टीका लगवाने की सलाह दी है। इस क्षेत्र में 2025 में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है...

COP30 in Belém: PAHO urges yellow fever and measles vaccination for all travellers
COP30 बेलें सम्मेलन से पहले पाहो/डब्ल्यूएचओ की सलाह — यात्रियों के लिए पीत ज्वर और खसरे का टीकाकरण ज़रूरी
- PAHO/WHO ने COP30 से पहले स्वास्थ्य सलाह जारी की
- जानें पीत ज्वर क्या है और यात्रियों को क्यों सावधान रहना चाहिए
- अमेरिका में खसरे का फिर से उभार
- COP30 यात्रियों के लिए टीकाकरण संबंधी सुझाव
- वृद्धों के लिए विशेष विचार
- क्षेत्रीय निगरानी और स्वास्थ्य सेवा की तैयारी को मज़बूत करना
बेलेम में COP30 से पहले, PAHO/WHO ने यात्रियों को पीत ज्वर और खसरे का टीका लगवाने की सलाह दी है। इस क्षेत्र में 2025 में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
वॉशिंगटन डी.सी., 22 अक्टूबर 2025 (पीएएचओ/डब्ल्यूएचओ): संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (30th United Nations Climate Change Conference COP30) से पहले पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (Pan American Health Organization PAHO) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization WHO) ने यात्रियों, प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों को चेतावनी दी है कि वे अपनी पीत ज्वर (Yellow Fever) और खसरा (Measles) की टीकाकरण स्थिति की जाँच करें।
यह सम्मेलन 10 से 21 नवंबर 2025 तक ब्राज़ील के बेलें (पारा राज्य) में आयोजित किया जाएगा, जहाँ 198 देशों से करीब 60 हज़ार प्रतिभागी पहुँचने वाले हैं, जिनमें राष्ट्राध्यक्ष, वैज्ञानिक, कार्यकर्ता और नागरिक समाज के प्रतिनिधि शामिल हैं।
क्या है पीत ज्वर (Yellow Fever)?
पीत ज्वर एक गंभीर वायरल रोग है जो मच्छरों के काटने से फैलता है। यह तेज बुखार, लिवर को नुकसान और गंभीर मामलों में मृत्यु तक का कारण बन सकता है।
साल 2025 में अब तक अमेरिकी महाद्वीप में यलो फीवर के 294 मानव मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें 121 मौतें हुई हैं। ये मामले बोलीविया, ब्राज़ील, कोलंबिया, इक्वाडोर, गुयाना और पेरू में सामने आए हैं।
हालाँकि बेलें शहर में अभी तक कोई मामला नहीं पाया गया है, लेकिन यह अमेज़न क्षेत्र में स्थित होने के कारण स्थायी जोखिम क्षेत्र माना जाता है।
क्या है खसरा (Measles)?
खसरा एक अत्यधिक संक्रामक वायरल संक्रमण है। वर्ष 2025 में अब तक दुनिया भर में खसरे के 1,77,469 मामले और अमेरिका क्षेत्र में 12,163 मामले दर्ज किए गए हैं।
खसरा का संक्रमण मुख्य रूप से बिना टीकाकरण वाले या टीकाकरण स्थिति अज्ञात व्यक्तियों में पाया गया है।
कनाडा में खसरा के सबसे ज़्यादा मामले दर्ज हुए हैं, जबकि ब्राज़ील में 35 मामले सामने आए हैं — जिनमें से कोई भी बेलें में नहीं है।
पीएएचओ/डब्ल्यूएचओ की सिफारिशें
हालाँकि ब्राज़ील में प्रवेश के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र की अनिवार्यता नहीं है, लेकिन पीएएचओ ने सभी यात्रियों को निम्नलिखित टीके लगाने की सलाह दी है —
- पीत ज्वर का टीका — 12 माह से 59 वर्ष की आयु वाले व्यक्ति यात्रा से कम से कम 10 दिन पहले यलो फीवर का टीका लगवाएँ।
- एमएमआर टीका (खसरा, गलगंड, रुबेला) — 12 माह से अधिक आयु वालों को यात्रा से कम से कम 15 दिन पहले एमएमआर टीका लगवाना चाहिए।
- 60 वर्ष से अधिक आयु वालों को पीत ज्वर का टीका डॉक्टर से सलाह के बाद ही लगाना चाहिए।
दोनों टीके एक साथ भी लगाए जा सकते हैं या चार सप्ताह के अंतराल पर अलग-अलग दिए जा सकते हैं।
स्वास्थ्य निगरानी और एहतियात की अपील
पीएएचओ ने सभी देशों से अपील की है कि वे —
- महामारी निगरानी प्रणाली को मज़बूत करें,
- स्वास्थ्य सेवाओं में टीके उपलब्ध कराएँ,
- यात्रियों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों को जोखिम के प्रति सचेत करें।
स्वास्थ्य प्रणालियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे सम्मेलन के दौरान और बाद में लौटने वाले प्रतिभागियों में संक्रमण के संभावित मामलों की निगरानी करें, विशेषकर अगर उनमें बुखार, चकत्ते (खसरा) या त्वचा व आँखों का पीला पड़ना (पीत ज्वर) जैसे लक्षण दिखाई दें।
जलवायु सम्मेलन जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में न केवल पर्यावरण और नीति पर चर्चा होती है, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा भी एक अहम चुनौती बन जाती है।
पीएएचओ की यह चेतावनी याद दिलाती है कि वैश्विक सहयोग के साथ-साथ स्वास्थ्य सुरक्षा और सतर्कता भी उतनी ही ज़रूरी है।


