जापान में जन्म दर में ऐतिहासिक गिरावट, बढ़ रही बुजुर्गों की संख्या
जापान में जनसांख्यिकीय संकट जापान में 2024 में जन्म दर ऐतिहासिक रूप से निम्न स्तर पर, जनसंख्या संकट गहराया जापान में जन्म दर 2024 में ऐतिहासिक निम्न स्तर पर पहुंची जनसंख्या संकट: लगातार नौवें वर्ष गिरावट जारी जापान में 2024 में जन्म दर ऐतिहासिक रूप से गिरकर 720,988 पर पहुंच गई। यह लगातार नौवां वर्ष...

historic decline in birth rate in japan, number of elderly people increasing
जापान में जनसांख्यिकीय संकट
जापान में 2024 में जन्म दर ऐतिहासिक रूप से निम्न स्तर पर, जनसंख्या संकट गहराया
जापान में जन्म दर 2024 में ऐतिहासिक निम्न स्तर पर पहुंची
जनसंख्या संकट: लगातार नौवें वर्ष गिरावट जारी
जापान में 2024 में जन्म दर ऐतिहासिक रूप से गिरकर 720,988 पर पहुंच गई। यह लगातार नौवां वर्ष है जब जन्म दर में गिरावट आई है। जानिए इस जनसंख्या संकट के कारण और प्रभाव...
नई दिल्ली, 28 फरवरी 2025: जापान में जन्म दर लगातार गिर रही है और 2024 में यह एक और रिकॉर्ड निम्न स्तर पर पहुंच गई। यह लगातार नौवां वर्ष है जब जन्म दर में गिरावट दर्ज की गई है।
जापान की जनसंख्या में भारी गिरावट
गुरुवार को जारी किए गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, युवा लोग विवाह में देरी कर रहे हैं, जबकि वृद्ध आबादी लगातार बढ़ रही है। इस स्थिति ने जापान की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के समक्ष गंभीर जनसांख्यिकीय चुनौतियां प्रस्तुत कर दी हैं।
नए आंकड़ों में सामने क्या आया?
प्रारंभिक स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार:
2024 में जापान में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या 720,988 रही, जिसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। यह आंकड़ा 2023 के 758,631 जन्मों से 5% कम है।
यह 1899 में आंकड़ों को रिकॉर्ड करने की शुरुआत के बाद से सबसे कम जन्म दर है।
मृत्यु दर जन्म दर की तुलना में दोगुनी से अधिक रही। 2023 तक यह 1.8% बढ़कर 1.62 मिलियन हो गई।
जापान की घटती आबादी का असर
आंतरिक मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जापान की कुल जनसंख्या 2025 के फरवरी महीने तक 123.54 मिलियन रह गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.46% कम है। यह लगातार जनसंख्या में गिरावट को दर्शाता है, जिससे जापान के सिकुड़ते कार्यबल पर दबाव बढ़ रहा है।
दक्षिण कोरिया से तुलना
जन्म दर को लेकर जापान की स्थिति दक्षिण कोरिया से काफी भिन्न है। दक्षिण कोरिया में बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 में प्रति 1,000 लोगों पर जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या में वृद्धि हुई है। यह एक दशक से अधिक समय में पहली बार हुआ है कि दक्षिण कोरिया में जन्म दर में सुधार देखा गया है।
जापान के लिए ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
1973 में जापान में जन्म दर 2.1 मिलियन थी, जो अब लगभग एक-तिहाई रह गई है।
समझा जाता है कि लगातार आर्थिक मंदी, जीवनशैली में बदलाव, शिक्षा की बढ़ती लागत और रोजगार अस्थिरता के कारण युवा दंपत्ति परिवार बढ़ाने में हिचकिचा रहे हैं।
जापान के प्रधानमंत्री ने क्या दी प्रतिक्रिया और क्या है भविष्य की रणनीति
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा (Japan's Prime Minister Shigeru Ish) ने कहा है कि जनसंख्या संकट से निपटना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। हालांकि, उच्च शिक्षा लागत, स्थिर अर्थव्यवस्था और बदलती जीवनशैली के कारण युवा पीढ़ी शादी और परिवार शुरू करने से बच रही है। सरकार ने जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, लेकिन इनका प्रभाव सीमित रहा है।
जन्म दर में लगातार गिरावट का जापान की अर्थव्यवस्था पर क्या होगा असर
जापान में जन्म दर में लगातार गिरावट एक गंभीर सामाजिक और आर्थिक संकट बन चुकी है। यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो जापान को आर्थिक उत्पादन में गिरावट, श्रम शक्ति की कमी और सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों पर बढ़ते बोझ जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सरकार और समाज को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालने की आवश्यकता है।
Web Title: Historic decline in birth rate in Japan, number of elderly people increasing


