एच.एल. दुसाध (पूर्ण नाम: हरि लाल दुसाध (दु. 20 अक्टूबर 1953, उत्तर प्रदेश) हिंदी दलित-वंचित पत्रकारिता के एक महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं — जिन्होंने 'विविधता' और 'सामाजिक न्याय' को पत्रकारिता, लेखन और आंदोलन में जोड़कर उसे एक नई पहचान दी है। उनका व्यापक लेखन और संगठनात्मक कार्य बहुजन चिंतन को दशकों से नई दिशा दे रहा है। वे बहुजन डायवर्सिटी मिशन के संस्थापक अध्यक्ष हैं और ‘डाइवर्सिटी मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से प्रसिद्ध हैं। दुसाध राष्ट्रीय स्तर के स्तंभकार, पत्रकार, विचारक और संगठनकर्ता रहे हैं — दलित एवं बहुजन विमर्श, मीडिया, राजनीति, संस्कृति और सामाजिक विविधता जैसे व्यापक मुद्दों पर नियमित रूप से लिखते हैं। उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी में 55 से अधिक पुस्तकें लिखीं, जिनमें ‘समाजिक न्याय की राजनीति’, ‘2024 भाजपा-मुक्त भारत’, राहुल गांधी से जुड़े विश्लेषण आदि प्रमुख हैं। दुसाध की पत्रकारिता विविधता सिद्धांत और सामाजिक न्याय पर आधारित है — वे कहते हैं कि आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, धार्मिक संस्थाओं में हिस्सेदारी बहुजन वर्गों की होनी चाहिए। प्रो॰ वीरभारत तलवार और प्रो॰ विवेक कुमार समेत कई सिद्धांतचिंताओं ने इनके दृष्टिकोण को ‘थियोरेटिकल समृद्ध’ और ‘अद्वितीय’ कहा है — ‘पत्रकार या विश्वविद्यालय के प्रोफेसर’ जैसे तमगे भी उन्हें मिले हैं। सोशल मीडिया (X), टीवी चैनलों में अपने विचार रखने के साथ-साथ पॉडकास्ट, साक्षात्कारों में भी सक्रिय हैं — जहां उन्होंने दिव्यभूमि, राजनीति, बहुजन पॉलिसी पर चर्चा की है।