मरुआ के पत्तों के पोषक तत्व और स्वास्थ्य लाभ

  • पाचन तंत्र के लिए मरुआ के फायदे
  • सर्दी-जुकाम और खांसी में कैसे फायदेमंद है मरुआ?
  • सिरदर्द और माइग्रेन के लिए मरुआ का उपयोग
  • मुंह की दुर्गंध और मसूड़ों की समस्याओं में कारगर
  • मरुआ के सेवन में सावधानियां

मरुआ के पत्ते सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं। यह पाचन, सर्दी-जुकाम, सिरदर्द और मुंह की दुर्गंध जैसी समस्याओं में असरदार हैं। जानें इसके फायदे और उपयोग के सही तरीके

नई दिल्ली, 16 मार्च 2025। आयुर्वेद में मरुआ (Marjoram) को औषधीय पौधा माना जाता है। इसके पत्ते पाचन तंत्र, सर्दी-जुकाम, सिरदर्द और मुंह की दुर्गंध जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं।

मरुआ के पत्तों में मौजूद पोषक तत्व

शोध में पाया गया है कि मरुआ के पत्तों में पोटैशियम, कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, विटामिन बी6 और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए अत्यधिक फायदेमंद होते हैं।

बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में जितिया व्रत के दौरान इसका विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। व्रत से पहले महिलाएं मरुआ की रोटी खाती हैं, जिससे उन्हें लंबे समय तक ऊर्जा मिलती है।

पाचन तंत्र के लिए मरुआ के फायदे (marwa plant benefits in hindi)

मरुआ के पत्तों का सेवन पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है।

अपच की समस्या : मरुआ की चटनी अपच को दूर करने और भूख बढ़ाने में मदद करती है।

पेट के कीड़े : बच्चों में पेट में कीड़े की समस्या को दूर करने के लिए मरुआ के पत्तों का रस 4-6 बूंद सुबह खाली पेट दिया जाता है।

सर्दी-जुकाम और खांसी में कैसे फायदेमंद है मरुआ?

बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम और खांसी आम समस्या बन जाती है।

मरुआ + मुलेठी : मरुआ को मुलेठी के साथ मिलाकर खाने से सर्दी-खांसी में राहत मिलती है।

श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है : नियमित सेवन करने से सांस संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

सिरदर्द और माइग्रेन के लिए मरुआ का उपयोग

सिरदर्द से राहत पाने के लिए मरुआ के रस का सेवन किया जा सकता है।

प्राकृतिक उपाय : मरुआ के पत्तों का लेप माथे पर लगाने से सिरदर्द और माइग्रेन में राहत मिलती है।

मुंह की दुर्गंध और मसूड़ों की समस्याओं में कारगर

मरुआ के पत्ते मुंह की बदबू और मसूड़ों की सूजन को दूर करने में मदद करते हैं।

मरुआ चबाने से लाभ : मरुआ के पत्तों को चबाने से मसूड़े मजबूत होते हैं और दुर्गंध दूर होती है।

गले की खराश : गरारे करने के लिए मरुआ के पत्तों को पानी में उबालकर उपयोग किया जाता है।

मरुआ के सेवन में सावधानियां

हालांकि मरुआ के पत्ते कई बीमारियों में लाभकारी होते हैं, लेकिन कुछ सावधानियां भी बरतनी जरूरी हैं:

अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से बचें।

गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

अगर किसी को एलर्जी हो तो सेवन से पहले चिकित्सकीय परामर्श लें।

मरुआ के पत्ते सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं। यह न केवल पाचन तंत्र को मजबूत करता है, बल्कि सर्दी-जुकाम, सिरदर्द, मसूड़ों की समस्याओं और श्वसन तंत्र को भी लाभ पहुंचाता है। हालांकि, इसके सेवन से पहले उचित चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है।

Marwa leaves are very beneficial, know its miraculous benefits