बिहार विधानसभा के सामने विपक्ष का जोरदार विरोध प्रदर्शन

  • राबड़ी देवी ने तेजस्वी यादव की जान को खतरा बताया
  • विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर सरकार पर विपक्ष के आरोप
  • भाजपा-जदयू पर सीधा हमला, चुनावी साजिश का आरोप

एसआईआर से 4 करोड़ प्रवासी मतदाताओं के वंचित होने की आशंका

पटना में SIR मुद्दे पर महागठबंधन का प्रदर्शन, राबड़ी देवी ने तेजस्वी यादव की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता। सरकार पर प्रवासी वोटरों को वंचित करने का लगाया आरोप

पटना, 25 जुलाई 2025: बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभ्यास को लेकर राजनीतिक घमासान तेज़ हो गया है। बिहार विधानसभा के बाहर आज राजद नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा जारी एसआईआर प्रक्रिया को गरीबों और बाहर रह रहे बिहारियों के खिलाफ साज़िश करार दिया।

राबड़ी देवी ने कहा, "बिहार की जनता, गरीबों का सवाल है। जो लोग बाहर गए हैं, उन्हें वोटर आईडी कार्ड नहीं मिलेगा और वे वोट डालने से वंचित हो जाएंगे। इसलिए हम लोग विरोध कर रहे हैं, घेराव कर रहे हैं।"

उन्होंने दावा किया कि लगभग 4 करोड़ लोग बिहार से बाहर काम करने गए हैं, और एसआईआर प्रक्रिया उन्हें मताधिकार से वंचित कर सकती है।

राबड़ी देवी का बड़ा आरोप : तेजस्वी यादव की जान को खतरा

विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राबड़ी देवी अपने सभी राजद विधान पार्षदों के साथ बाहर आईं और मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि "तेजस्वी यादव की हत्या की साज़िश रची जा रही है। अब तक उन पर चार बार जानलेवा हमला हो चुका है।"

राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि भाजपा और जेडीयू मिलकर तेजस्वी यादव को नुकसान पहुँचाने की साज़िश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर उन्होंने सीधा हमला बोलते हुए कहा,

“सम्राट चौधरी बचपन से गुंडागर्दी करते रहे हैं। मैंने उन्हें बोरिंग रोड पर लड़कियों को छेड़ते देखा है।"

SIR पर विपक्ष का विरोध तेज़

राबड़ी देवी ने यह भी कहा कि वे पिछले 5 दिनों से बिहार विधानसभा का घेराव कर रही हैं और जब तक राज्य सरकार इस मुद्दे पर स्पष्ट जवाब नहीं देती, विरोध जारी रहेगा।

SIR को लेकर पूरे बिहार में राजनीतिक वातावरण गरमा गया है। विपक्ष इसे वोटर सूची से गरीबों और प्रवासी मजदूरों को बाहर करने की साजिश बता रहा है, जबकि चुनाव आयोग और राज्य सरकार की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

बिहार में एसआईआर को लेकर सियासत तेज़ हो गई है। राबड़ी देवी का यह आक्रामक रुख विपक्ष को एकजुट करने की दिशा में संकेत दे रहा है, वहीं तेजस्वी यादव की सुरक्षा पर उठाए गए सवाल राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करते हैं।