तेजस्वी यादव का बड़ा आरोप: भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग 'वोट चोरी' में शामिल
तेजस्वी यादव ने पटना में भाजपा और चुनाव आयोग पर 'वोट चोरी' का आरोप लगाते हुए फर्जी वोटर और धांधली की साजिश का दावा किया

तेजस्वी यादव-पूर्व. उपमुख्यमंत्री, बिहार
तेजस्वी यादव का पटना में बड़ा बयान
- 'एसआईआर में मृतक, कोर्ट में ज़िंदा' — गंभीर आरोप
- भाजपा और चुनाव आयोग पर मिलीभगत का बड़ा आरोप
- 2020 विधानसभा चुनाव में वोट चोरी का दावा
- गुजरात से बिहार तक फर्जी वोटर की साजिश
चंडीगढ़ मेयर चुनाव का उदाहरण और CCTV विवाद
तेजस्वी यादव ने पटना में भाजपा और चुनाव आयोग पर 'वोट चोरी' का आरोप लगाते हुए फर्जी वोटर और धांधली की साजिश का दावा किया
पटना 13 अगस्त 2025: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि देश में बड़े पैमाने पर 'वोट चोरी' हो रही है। उन्होंने दावा किया कि मृतकों के नाम वोटर लिस्ट में हैं, फर्जी वोटर बनाए जा रहे हैं और गुजरात से लोग बिहार में वोट डाल रहे हैं।
पटना में संवाददाताओं के साथ बातचीत में तेजस् ने कहा कि एसआईआर के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है और कल जिनके नाम एसआईआर में मृतक के रूप में दर्ज थे, उन्हें कोर्ट में जिंदा पेश किया गया। यह एक गंभीर मामला है जिसे लोग वोट चोरी कह रहे हैं, लेकिन भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग 'वोट चोरी' में लगा हुआ है। अब जब यह सच्चाई सामने आ रही है, तो भाजपा चुप हो गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास पहले चुनाव में धांधली करने का फॉर्मूला था, जिसमें सीबीआई और ईडी को लगाया गया था, लेकिन जब ये सभी एजेंसियां फेल हो गईं, तो चुनाव आयोग को आगे किया गया।
राजद नेता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 में भी चुनाव आयोग ने वोटों की चोरी की थी, हम 10 सीटों पर 12,000 वोटों के अंतर से हार गए।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में सीसीटीवी के बावजूद वे पकड़े गए, इसलिए चुनाव आयोग ने सीसीटीवी को पूरी तरह से हटा दिया। देश की जनता सब समझती है, चुनाव आयोग केवल भाजपा का साथ दे रहा है। यह विपक्ष के वोटों को कम कर रहा है और एक ही विधानसभा क्षेत्र में भाजपाइयों के लिए दो ईपीआईसी नंबर बना रहा है।
तेजस्वी ने बताया कि गुजरात के लोग बिहार में मतदाता बन रहे हैं। भाजपा प्रभारी भीकू भाई का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि उन्होंने आखिरी बार 2024 में गुजरात में मतदान किया था, लेकिन वे बिहार के पटना में भी मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। उन्होंने गुजरात की मतदाता सूची से अपना नाम हटा लिया है। तेजस्वी ने बार-बार मतदान स्थल बदलने की वैधता पर सवाल उठाते हुए कहा कि भीकू भाई की हरकतें भाजपा द्वारा, संभवतः चुनाव आयोग के साथ मिलीभगत करके, बड़े पैमाने पर मतदाता पंजीकरण में हेराफेरी करने की साजिश का संकेत देती हैं। उन्होंने इस बात को लेकर अनिश्चितता व्यक्त की कि बिहार चुनाव के बाद भीकू भाई कहाँ मतदान के लिए पंजीकरण कराएँगे।
तेजस्वी यादव का मानना है कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से एक साज़िश चल रही है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह साज़िश बड़े पैमाने पर है और लोगों को यह समझने की ज़रूरत है कि यह कैसे काम करती है।


