Now your smartphone will be your affordable pathologist, it will do cheap tests in just one hour!

हेल्थ केयर इंडस्ट्री में एक संभावित क्रांति आ सकती है क्योंकि वैज्ञानिकों ने एक ऐसे सेलफोन एप और लैब किट का निर्माण किया है जो स्मार्टफोन के जरिए दुनिया में कहीं भी मरीजों में बैक्टीरिया का पता लगा लेगा। नए एप के साथ डॉक्टर एक घंटे के अंदर मरीज की बीमारी का पता लगाकर उचित एंटीबायोटिक्स दवाएं लिखकर तत्काल इलाज प्रारंभ कर सकेंगे।

यह एप यूसी सांता बारबरा के वैज्ञानिकों और सहयोगियों की एक शोध टीम द्वारा विकसित किया गया है। इसका अध्ययन “Smartphone-based pathogen diagnosis in urinary sepsis patients”, जो कि EbioMedicine पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

शोधकर्ताओं का दावा है कि वैश्विक स्तर पर सबसे आम मूत्रपथ संक्रमण के तेजी से निदान में यह पहचान प्रणाली सफल रही है।

यह एप स्मार्टफोन के कैमरे को कैमिकल रिएक्शन को मापने के लिए इस्तेमाल करता है और लगभग एक घंटे में निदान भी निर्धारित करता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह एप सरल, कम लागत परीक्षण वाला और दुनिया के दूरस्थ क्षेत्रों में भी प्रयोग करने वाला है।

यदि यह एप सफल रहता है तो हेल्थ केयर उद्योग में एक बड़ा क्रांति साबित होगा और मरीजों के लिए भी किफायती होगा, क्योंकि इससे कई तरह की पैथोलॉजी जांच से धन और समय दोनों की बचत होगी।

इस परियोजना का नेतृत्व यूसी सांता बारबरा के प्रोफेसर माइकल महान और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के टॉम सोह ने किया। उनके साथ सांता बारबरा कॉटेज अस्पताल के चिकित्सकों जेफरी फ्राइड, एमडी और लिन फिट्जगिबन्स, एमडी अतिरिक्त सहयोगियों में यूसी सांता बारबरा के वैज्ञानिक लुसीन बार्न्स, डगलस हीथॉफ, स्कॉट महान , गैरी फॉक्स और जैमी मार्थ, जो सैनफोर्ड बर्नहम प्रेब्स मेडिकल डिस्कवरी इंस्टीट्यूट (एसबीपी) के साथ-साथ कॉटेज अस्पताल के वैज्ञानिक एंड्रिया ज़मब्रानो, एमडी और जेन चोई के प्रोफेसर भी हैं शामल थे।

University of California की वेब साइट पर प्रकाशित खबर में मुख्य शोधकर्ता महान ने एप के विषय में बताया कि मूत्रपथ संक्रमण (urinary tract infections) के लिए यह वरदान साबित होगा जो 18 से 28 घंटों में की जाने वाली महंगी जांचों को सिर्फ एक घंटे में बिना किसी खर्च के कर देगा।

उन्होंने कहा कि यह एप उन उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण होगा जो विशेषज्ञ नहीं हैं।

खबर के मुताबिक एक संक्रामक रोग विसेषज्ञ फिट्जगिबन्स ने समझाया कि गर्भवती महिलाओं में मूत्रपथ संक्रमण बहुत खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि इससे गर्भपात हो सकता है। इसलिए सीमित संसाधनों में तीव्र और सस्ती चिकित्सकीय परीक्षण प्रणाली की आवश्यकता है।

ज़रा हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें