
अरस्तू
अरस्तू की परिभाषा (Definition of Aristotle in Hindi):
अरस्तू (Aristotle) प्राचीन यूनान के महान दार्शनिक, वैज्ञानिक और शिक्षक थे, जिन्हें पश्चिमी दर्शन और विज्ञान का जनक माना जाता है। वह प्लेटो के शिष्य और सिकंदर महान के गुरु थे। अरस्तू ने तर्कशास्त्र, नीतिशास्त्र, राजनीति, विज्ञान और काव्यशास्त्र जैसे विषयों पर गहन लेखन किया, जिसने आज तक की विचारधाराओं को प्रभावित किया है।
अरस्तू (Aristotle) – जीवन, दर्शन और योगदान
अरस्तू (384-322 ईसा पूर्व) प्राचीन यूनान के सबसे प्रभावशाली विचारकों में से एक थे, जिन्होंने तर्कशास्त्र, नीतिशास्त्र, राजनीति विज्ञान और प्राकृतिक विज्ञान में अहम योगदान दिया। उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ जैसे "निकोमैकियन एथिक्स", "पॉलिटिक्स" और "मेटाफिजिक्स" आज भी दर्शन और राजनीति की पढ़ाई में महत्वपूर्ण हैं। अरस्तू ने "सुनहरा माध्यम" (Golden Mean) का सिद्धांत दिया, जो संयम और संतुलन पर जोर देता है। उन्होंने तर्क के नियम (Logic) और वैज्ञानिक विधि की नींव रखी, जिसने आधुनिक विज्ञान को आकार दिया। क्या आप जानते हैं कि अरस्तू का भारतीय दर्शन पर भी गहरा प्रभाव पड़ा? उनके विचार आज भी शिक्षा, नैतिकता और शासन प्रणाली में प्रासंगिक हैं। अरस्तू के जीवन, सिद्धांतों और योगदान के बारे में पूरी जानकारी पढ़ें! अरस्तू कौन थे? अरस्तू का दर्शन अरस्तू और प्लेटो में अंतर अरस्तू के सिद्धांत अरस्तू का नीतिशास्त्र अरस्तू का राजनीतिक सिद्धांत अरस्तू की पुस्तकें अरस्तू का इतिहास