राहुल गांधी की वापसी के बाद कांग्रेस में नई ऊर्जा

  • उत्तर प्रदेश में जितिन प्रसाद का बढ़ता जनसंपर्क
  • शहीद दरोगा मनोज मिश्रा के परिवार से मिले जितिन प्रसाद
  • CBI जांच की मांग को लेकर जितिन का अनशन और समर्थन
  • नेशनल शूटर दिलीप चन्देल की मौत पर जताई चिंता

प्रदेश सरकार पर विपक्षी हमलों की बुनियाद मजबूत कर रहे हैं जितिन

राहुल गांधी के नेतृत्व में जहाँ देशभर में कांग्रेस सक्रिय हुई है, वहीं उत्तर प्रदेश में जितिन प्रसाद किसानों और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर मोर्चा सँभाले हुए हैं...

राहुल देश में तो जितिन प्रदेश में सँभाल रहे हैँ अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ मोर्चा

अज्ञातवास से लौटकर ही पाण्डव ने अन्यायी कुरुवँश का नाश किया था, ठीक उसी तरह अज्ञातवास से वापसी के बाद राहुल ने जहाँ देश भर में अन्याय और जन उत्पीड़न के खिलाफ मोर्चा सँभाल लिया है और उनकी सक्रियता से प्रेरित होकर उनकी युवा टीम भी अब खुलकर मैदान में आ गई है। उत्तर प्रदेश में साँगठनिक बदलाव अभी भले लम्बित हो लेकिन टीम राहुल के प्रमुख सदस्य जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश में कमर कस कर मैदान में उतर पड़े हैँ।

भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में किसानों की व्यापक लामबंदी (Massive mobilization of farmers against the Land Acquisition Bill) करने, नेपाल सीमा पर नदियोँ के भू-कटान को लेकर सरकार और प्रशासन की घेराबँदी करने के बाद अभी दो दिन पहले अजय राय पर रासुका लगाने के विरोध में काँग्रेसी जनप्रतिनिधियोँ के राजभवन मार्च की सामूहिक अगुवाई करके कल जितिन प्रसाद ने सीधे लखीमपुर का रुख किया और यहाँ के हरदासपुर गाँव के निवासी और विगत 9 सितँबर को में बरेली में तैनाती के दौरान पशु तस्करोँ से मुठभेड में शहीद हुए दरोगा मनोज मिश्रा के गाँव हरदासपुर पहुँच कर सीबीआई जाँच की माँग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे शहीद मनोज मिश्रा के परिवार से मिले और काफी देर तक शहीद के परिजनोँ के साथ बैठे और उन्हेँ साँत्वना दी।

पूर्व केँद्रीय मँत्री जितिन प्रसाद ने शहीद के परिजनोँ द्वारा की जा रही मुठभेड़ की घटना की सीबीआई जाँच की माँग का भी समर्थन किया और उनकी माँग को अपने स्तर से ऊपर तक पहुँचाने का वायदा भी किया।

जितिन प्रसाद ने शहीद के परिवार द्वारा अभी तक की गई सारी कार्रवाइयोँ के जरूरी कागजातोँ का मुआयना भी किया और जरूरी कागजातोँ की छायाप्रति भी आगे पहुँचाने के लिए शहीद के परिजनोँ से हासिल कीँ।

इस मुलाकात के बाद जितिन प्रसाद ने कहा कि अगर शहीद के परिजनोँ को पशु तस्करोँ से हुई मुठभेड़ के दौरान हुई हत्या के सामने आए सम्पूर्ण घटनाक्रम को लेकर सन्देह है और वह सीबीआई जाँच की माँग कर रहे हैँ तो प्रशासन और प्रदेश सरकार को तुरन्त इसकी सँस्तुति करनी चाहिए।

जितिन ने कहा कि मनोज मिश्रा का कानून व्यवस्था के प्रति समर्पण और इसके लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर देना न केवल उनके लिए श्रद्धा बल्कि गर्व का भी अहसास कराता है।

शहीद के परिजनोँ से मुलाकात के बाद जितिन प्रसाद ने लखीमपुर के नौरँगाबाद मोहल्ले में जाकर हाल ही में सँदिग्ध मौत का शिकार बने नेशनल शूटर दिलीप चन्देल के आवास पर उनके परिजनोँ से भी भेँट की और उन्हेँ साँत्वना दी। यहाँ पर यह जिक्र करना भी जरूरी है कि पूर्व केँद्रीय राज्यमँत्री जितिन प्रसाद भी एक अच्छे शूटर हैँ और बेहतरीन निशाना साधते हैँ।

अब देखना है कि उत्तर प्रदेश में किसानोँ की बदहाली और बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था को लेकर वह प्रदेश सरकार पर कितना अचूक निशाना साधने में कामयाब होते हैँ।

रामेंद्र जनवार

रामेन्द्र जनवार, लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं। वे लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के महामंत्री व ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन की उप्र इकाई के अध्यक्ष रहे हैं।