तुहिन कांत पांडे की सेबी अध्यक्ष पद पर नियुक्ति

सेबी को नई दिशा देने के लिए तुहिन कांत पांडे को सौंपी गई जिम्मेदारी

नई दिल्ली, 28 फरवरी 2025: केंद्र सरकार ने वित्त और राजस्व सचिव तुहिन कांत पांडे (Finance and Revenue Secretary Tuhin Kant Pandey) को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India SEBI) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। वे माधबी पुरी बुच का स्थान लेंगे, जिनका तीन साल का कार्यकाल 28 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है।

सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने तुहिन कांत पांडे को सेबी प्रमुख के रूप में नियुक्त करने की स्वीकृति दे दी है। वे अगले तीन वर्षों तक इस पद पर बने रहेंगे।

क्यों महत्वपूर्ण मानी जा रही है तुहिन कांत पांडे की नियुक्ति?

वर्तमान में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की भारी निकासी से शेयर बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।

जनवरी 2025 से अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।

कहा जा रहा है कि सरकार चाहती है कि सेबी बाजार की स्थिरता बनाए रखे और निवेशकों का विश्वास बढ़ाए।

तुहिन कांत पांडे का प्रशासनिक अनुभव

वित्त मंत्रालय में राजस्व सचिव के रूप में तुहिन कांत पांडे ने 2025-26 के बजट निर्माण में अहम भूमिका निभाई।

वे निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सचिव रहे हैं।

एयर इंडिया के निजीकरण में उनकी भूमिका निर्णायक रही।

IDBI बैंक के निजीकरण की योजनाओं की देखरेख भी उन्होंने की।

सेबी प्रमुख के रूप में तुहिन कांत पांडे की प्राथमिकताएँ

शेयर बाजार में स्थिरता बनाए रखना

विदेशी निवेशकों का विश्वास बहाल करना

नई विनियामक नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करना

फंड मैनेजमेंट और IPO नियमों को पारदर्शी बनाना

तुहिन कांत पांडे ऐसे समय में सेबी प्रमुख का कार्यभार संभाल रहे हैं जब भारतीय शेयर बाजार विदेशी निवेशकों की निकासी के दबाव में है। उनके अनुभव और रणनीतिक कौशल से भारतीय बाजार को स्थिरता और निवेशकों को सुरक्षा मिलने की उम्मीद है।

Web Title: Tuhin Kant Pandey becomes the new chairman of SEBI, will take charge amid foreign investment crisis