कैलिफोर्निया में संकट: क्यों तैनात किए गए मरीन?

  • ट्रंप की टिप्पणी के बाद उत्पन्न राजनीतिक उथल-पुथल
  • अमेरिका की मरीन फोर्स क्या है?
  • यूएस मरीन कॉर्प्स (USMC) की संक्षिप्त परिभाषा
  • मरीन फोर्स का इतिहास और पहचान

अमेरिका के बड़े युद्धों में मरीन की भूमिका

अमेरिका में एक बार फिर सैन्य हलचल तेज हो गई है। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम की गिरफ्तारी की मांग और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन के बाद लॉस एंजिल्स में विरोध प्रदर्शनों के बीच अमेरिकी सेना ने 700 मरीन तैनात कर दिए हैं। यह कदम देश में आव्रजन नीति, प्रदर्शन और सुरक्षा को लेकर गंभीर संकेत देता है। इस रिपोर्ट में हम न सिर्फ घटनाक्रम को समझेंगे बल्कि अमेरिका की मरीन फोर्स क्या है, इसका इतिहास, उद्देश्य और भूमिकाएं भी विस्तार से जानेंगे।

नई दिल्ली, 10 जून 2025. कैलिफोर्निया के गवर्नर न्यूसम की गिरफ्तारी के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन के बाद अमेरिका ने लॉस एंजिल्स में 700 मरीन तैनात किए हैं। अमेरिकी सेना ने घोषणा की है कि वह लॉस एंजिल्स में कम से कम 700 मरीन तैनात कर रही है, जब तक कि लॉस एंजिल्स में अधिक राष्ट्रीय गार्ड सैनिक नहीं पहुंच जाते, जिससे आव्रजन छापों के खिलाफ विरोध और प्रदर्शनों के प्रति राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की प्रतिक्रिया में एक और तेजी आ गई है। तो जानते हैं कि ये अमेरिका की मरीन फोर्स क्या है, मरीन फोर्स का इतिहास और कार्य क्या है...

अमेरिका की मरीन फोर्स क्या है

अमेरिका की मरीन फोर्स (United States Marine Corps – USMC) अमेरिकी सेना की एक विशिष्ट शाखा है, जो भूमि, जल और वायु – तीनों में लड़ाई लड़ने में सक्षम होती है। इसे आमतौर पर "मरीन" (Marines) कहा जाता है।

History of the Marine Corps

मरीन फोर्स का इतिहास और पहचान

स्थापना: 10 नवंबर, 1775

मुख्यालय: वॉशिंगटन, डी.सी.

मरीन फोर्स का मूल उद्देश्य: नौसेना (Navy) के साथ समन्वय करके तटीय इलाकों पर हमला करना और कब्जा जमाना।

मरीन फोर्स का मोटो (स्लोगन): "Semper Fidelis" (लैटिन भाषा में) — जिसका मतलब है "हमेशा वफादार" (Always Faithful)

मरीन फोर्स की भूमिका और कार्य

पहली पंक्ति के हमले (Frontline Assaults):

मरीन को युद्ध के दौरान सबसे पहले भेजा जाता है। वे दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर रास्ता बनाते हैं जिससे बाकी सेनाएं पीछे से आ सकें।

जल-थल हमला (Amphibious Assault):

मरीन फोर्स विशेष रूप से समुद्र से जमीन पर हमला करने — जैसे किसी तट पर उतरकर कब्जा करना- में विशेषज्ञ होती है।

आपातकालीन कार्रवाई बल (Rapid Reaction Force):

जब भी दुनिया में कहीं अचानक संघर्ष या संकट होता है, मरीन को तेज़ी से भेजा जा सकता है।

सुरक्षा और दूतावास रक्षा:

अमेरिकी दूतावासों की सुरक्षा में भी मरीन तैनात होते हैं।

प्रशिक्षण और कठोरता

मरीन का प्रशिक्षण दुनिया के सबसे कठोर सैन्य प्रशिक्षणों में से एक माना जाता है।

बूट कैंप (Boot Camp): 13 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण, जहां अनुशासन, युद्ध कौशल और मानसिक दृढ़ता पर ज़ोर दिया जाता है।

अन्य सेनाओं से संबंध

मरीन फोर्स अमेरिका की "Department of the Navy" के अंतर्गत आती है, लेकिन यह स्वतंत्र शाखा की तरह काम करती है।

यह सेना (Army), नौसेना (Navy) और वायुसेना (Air Force) से अलग है, लेकिन युद्ध में सहयोग करती है।

यूएस प्रमुख युद्धों में भागीदारी

  • द्वितीय विश्व युद्ध (World War II)
  • कोरियाई युद्ध
  • वियतनाम युद्ध
  • खाड़ी युद्ध
  • इराक और अफगानिस्तान अभियान

US Marine Corps अमेरिका की एक बहादुर और तेज़-तर्रार सैन्य शाखा है जो दुनिया के किसी भी कोने में अमेरिका के हितों की रक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई कर सकती है।

मरीन को अक्सर अमेरिका की "First to Fight" यानी "पहली लड़ाई लड़ने वाली फोर्स" कहा जाता है।

भारतीय संदर्भ में इसकी तुलना भारतीय नौसेना की मरीन कमांडो फोर्स (MARCOS) से भी की जा सकती है।