'बंदरों की लड़ाई' और मदारी की हँसी: भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर न्यायमूर्ति काटजू की चेतावनी
भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में असली विजेता कौन? न्यायमूर्ति काटजू का बेबाक विश्लेषण भारत और पाकिस्तान दोनों हालिया संघर्ष में खुद को विजयी बता रहे हैं, पर क्या हकीकत कुछ और है? जस्टिस काटजू का लेख बताता है कि असली जीत किसकी हुई—देशों की या विदेशी हथियार कंपनियों की? बंदरों की लड़ाई देख कर मदारी हँस...

Who is the real winner in the India-Pakistan war? Justice Katju’s candid analysis
भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में असली विजेता कौन? न्यायमूर्ति काटजू का बेबाक विश्लेषण
भारत और पाकिस्तान दोनों हालिया संघर्ष में खुद को विजयी बता रहे हैं, पर क्या हकीकत कुछ और है? जस्टिस काटजू का लेख बताता है कि असली जीत किसकी हुई—देशों की या विदेशी हथियार कंपनियों की?
बंदरों की लड़ाई देख कर मदारी हँस रहा है
न्यायमूर्ति मार्कण्डेय काटजू
भारत के लोग हाल की पाकिस्तान से लड़ाई के बाद अपने को विजयी घोषित कर के जश्न मन रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं।
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पर पाकिस्तानी लोग भी अपने को विजयी घोषित कर के ऐसा ही कर रहे हैं
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दोनों लोगों ने अपने को इस जंग में अपने को विजयी घोषित कर दिया है और प्रदर्शन कर रहे हैं
हकीकत क्या है ?
हकीकत यह है कि असल विजयी कुछ विदेशी मुल्क के लोग हैं जिन्होंने बहुत चतुराई से हमें आपस में लड़वाया है।
हकीकत यह है कि भारत और पाकिस्तान की सेनाएं अपने भारी हथियार, जैसे जेट लड़ाकू हवाई जहाज़, मिसाइल, टैंक, बड़ी तोपें, समुंदरी एयरक्राफ्ट कर्रिएर, सबमरीन आदि बनाने में अक्षम हैं, क्योंकि उनके पास वह तकनीक नहीं है जिससे वह इन्हें बना सकें। इसलिए दोनों मुल्क विदेशी कंपनियों से भारी दाम पर यह हथियार ख़रीदते हैं।
यह विदेशी हथियार निर्माता कंपनियां ही हाल के भारत पाकिस्तान युद्ध के असल विजेता हैं, क्योंकि इनके हथियारों की बिक्री इस जंग से बहुत बढ़ जायेगी, जिससे इनका बड़ा मुनाफ़ा होगा।
वास्तविकता यह है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ग़रीब मुल्क हैं, जिनमें व्यापक और भयंकर ग़रीबी, बेरोज़गारी, बाल कुपोषण, स्वास्थ लाभ और अच्छी शिक्षा का अभाव आदि है, जो उनके असल दुश्मन हैं। दो ग़रीब लोगों को हाथ में हाथ मिला के इन असल दुश्मनों से लड़ना चाहिए न कि एक दूसरे से।
हम अपने क़ीमती और दुर्लभ साधनों को एक दूसरे से लड़ने में खपा देते हैं। वास्तव में हम दोनों बन्दर हैं जिन्हें विदेश में बैठे मदारी लड़वा रहे हैं और हम पर हँस रहे हैं, यह सोच कर कि हम इतने मूर्ख हैं कि इतनी आसानी से हमें आपस में लड़वाया जा सकता है।
(लेखक सर्वोच्च न्यायालय के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश हैं। यह उनके निजी विचार हैं।)
Who is the real winner in the India-Pakistan war? Justice Katju's candid analysis


