विश्व हीमोफीलिया दिवस : हीमोफीलिया से सर्वाधिक पीड़ित देशों में भारत अव्वल
विश्व हीमोफीलिया दिवस : हीमोफीलिया से सर्वाधिक पीड़ित देशों में भारत अव्वल

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नई दिल्ली, APRIL 17, 2019. आज विश्व हीमोफीलिया दिवस (WORLD HEMOPHILIA DAY 2019) है। यह हीमोफिलिया और अन्य रक्तस्राव विकारों के लिए जागरूकता फैलाने का एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। इसका आयोजन प्रतिवर्ष 17 अप्रैल (जो वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हेमोफिलिया के संस्थापक फ्रैंक श्नाबेल के जन्मदिन की तारीख है -birthday of Frank Schnabel, founder of the World Federation of Hemophilia) को किया जाता है।
आज विश्व हीमोफीलिया दिवस है WORLD HEMOPHILIA DAY 2019
1989 के बाद से, विश्व हेमोफिलिया दिवस वह दिन है जब संपूर्ण रक्तस्राव विकार समुदाय जागरूकता बढ़ाने और व्यापक जनता की उचित देखभाल से संबंधित मुद्दों पर ध्यान और ध्यान आकर्षित करने के लिए एक साथ आता है।
इस वर्ष विश्व हेमोफिलिया दिवस की थीम OUTREACH & IDENTIFICATION है।
भारत उन देशों में शामिल है जहां अधिरक्तस्राव – HEMOPHILIA के सर्वाधिक मामले आते हैं।
Hemophilia Federation के मुताबिक हीमोफीलिया से सर्वाधिक पीड़ित देशों में भारत, यूएसए, चीन, ब्राचील व यूके शामिल हैं।
हेमोफिलिया क्या है? What is hemophilia?
हीमोफिलिया तब होता है जब किसी व्यक्ति के रक्त में क्लॉटिंग प्रोटीन की कमी के कारण सामान्य रूप से खून का बहाव नहीं होता है। इससे पीड़ित व्यक्ति में चोट के बाद सामान्य स्थिति से अधिक समय तक खून बहता रहता है। कभी-कभी रक्तस्राव जोड़ों या मस्तिष्क के अंदर भी होता है। जब रक्तस्राव किसी जोड़ के अंदर होता है, तो यह स्थायी नुकसान हो सकता है जब मस्तिष्क के अंदर खून बहता है, तो यह दीर्घकालिक सिरदर्द का कारण हो सकता है। यह स्थिति आमतौर पर जमावट कारक की वंशानुगत कमी (hereditary lack of a coagulation factor) के कारण होती है।
Hemophilia Federation of America के 116 देशों में किए गए एक सर्वेक्षण में 196,706 हीमोफीलिया पीड़ितों की पहचान की गई जिनमें से 76114 von Willebrand disease और 42,573 अन्य रक्तस्राव विकारों से पीड़ित थे।
कितनी तरह का होता है हीमोफीलिया
हीमोफिलिया तीन प्रकार के होते हैं
- हीमोफिलिया ए: यह सबसे आम हीमोफाइल है। 5,000 में से एक पुरुष इस विकार के साथ पैदा होता है।
- हीमोफिलिया बी: यह दूसरा सबसे आम प्रकार का हीमोफिलिया है। 25,000 पुरुषों में से एक इस विकार के साथ पैदा होता है।
- हीमोफिलिया सी, जिसे रोसेंथल सिंड्रोम (Rosenthal syndrome) के रूप में भी जाना जाता है, बहुत ही दुर्लभ और हीमोफिलिया ए और बी से अलग है। हालांकि, यह रक्त के थक्के बनाने के लिए आवश्यक शरीर में रक्त प्रोटीन के निम्न स्तर के कारण भी होता है।
Tomorrow is #WorldHemophiliaDay! According to the annual survey by @wfhemophilia, in the 116 countries in the survey, there were 196,706 people identified with hemophilia, 76,144 with vWD, and 42,573 with other bleeding disorders. Read the latest report at https://t.co/HSTytuzVuC pic.twitter.com/08MdoXStvd
— Hemophilia Federation of America (HFA) (@hemophiliafed) April 16, 2019


