ईरान ने अमेरिका को चेताया: इज़राइल को न रोका तो और 'पीड़ादायक' जवाब देंगे – राष्ट्रपति पेज़ेशकियन
President Pezeshkian stated that Iran will retaliate with even more severe consequences if the US fails to restrain Israel.

ईरान का अमेरिका को सीधा संदेश: इज़राइल को रोको, नहीं तो भुगतो
- ईरानी राष्ट्रपति ने दोहराया रक्षा का अधिकार, वार्ता की शर्तें रखीं
- ओमान की मध्यस्थता की भूमिका की तारीफ, परमाणु वार्ताओं पर बात
- सुल्तान हैतम की ईरान को संवेदना, इज़राइल की आलोचना
ईरानी राष्ट्रपति ने ओमान के सुल्तान से बातचीत के दौरान चेताया : अगर अमेरिका ने इज़राइल को नहीं रोका तो ईरान देगा और भी ज़्यादा पीड़ादायक जवाब।
नई दिल्ली, 17 जून 2025. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियन ने सोमवार को अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी है कि यदि उसने इज़राइल को नियंत्रण में नहीं रखा, तो तेहरान और भी "अधिक पीड़ादायक" प्रतिक्रिया देगा। उन्होंने यह टिप्पणी ओमान के सुल्तान हैतम बिन तारिक के साथ एक टेलीफोन बातचीत के दौरान की।
पेज़ेशकियन ने कहा कि ईरान की जवाबी क्षमताएं पहले ही सिद्ध हो चुकी हैं, जब ईरानी बलों ने हाल ही में इज़राइली हमलों के बाद तत्काल प्रभावी कार्रवाई की।
ईरान के राष्ट्रपति ने आगाह किया, "यदि इस तरह के उल्लंघन दोहराए जाते हैं, तो ईरान की प्रतिक्रिया और भी कठोर होगी।"
राष्ट्रपति पेज़ेशकियन ने ओमान की मध्यस्थ भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि मस्कट ने परमाणु वार्ताओं में पारदर्शिता और विश्वास निर्माण के प्रयासों में एक रचनात्मक भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन वार्ताओं के दौरान अमेरिकी अधिकारियों ने स्वीकार किया था कि इज़राइल की सैन्य कार्रवाइयों पर उनका नियंत्रण है और ईरान पर कोई भी हमला अमेरिका की मंजूरी के बिना नहीं हो सकता।
ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि इज़राइल की हालिया "आपराधिक कार्रवाइयां" अमेरिका की सहमति के बिना संभव नहीं थीं और अगर इज़राइल की "दुस्साहसी कार्रवाइयां" जारी रहीं, तो ईरान और भी सशक्त तरीके से जवाब देगा। उन्होंने दो टूक कहा, "धमकी, ज़बरदस्ती और आक्रामकता की स्थिति में कोई वार्ता संभव नहीं है। ईरान की रक्षा का अधिकार अक्षुण्ण है।"
ओमान के सुल्तान हैतम ने इस बातचीत में इज़राइली हमलों की निंदा की और ईरान के कमांडरों, वैज्ञानिकों व नागरिकों की मौत पर शोक जताते हुए एकजुटता प्रकट की। उन्होंने क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने और शांति व सहयोग को बढ़ावा देने में ओमान की प्रतिबद्धता को दोहराया।


