इज़राइल का हमास नेतृत्व पर सटीक हवाई हमला, कतर ने बताया आपराधिक
इज़राइली सेना (IDF) और शिन बेट ने हमास के शीर्ष नेतृत्व पर सटीक हवाई हमला किया। इज़राइल ने इसे 7 अक्टूबर नरसंहार का ज़िम्मेदार ठहराया, जबकि कतर ने इसे आपराधिक और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया।
इज़राइली सेना का दावा: हमास के शीर्ष नेतृत्व को बनाया निशाना
IDF और शिन बेट की संयुक्त कार्रवाई
नागरिक हताहतों से बचने के लिए उठाए गए कदम
कतर ने हमले को बताया अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन
इज़राइल ने कहा – अभियान पूरी तरह स्वतंत्र था
इज़राइली सेना (IDF) और शिन बेट ने हमास के शीर्ष नेतृत्व पर सटीक हवाई हमला किया। इज़राइल ने इसे 7 अक्टूबर नरसंहार का ज़िम्मेदार ठहराया, जबकि कतर ने इसे आपराधिक और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया...
नई दिल्ली, 9 सितंबर 2025. इज़राइल और हमास के बीच टकराव एक बार फिर चरम पर पहुँच गया है। इज़राइली सेना और सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने दावा किया है कि उन्होंने हमास के शीर्ष नेतृत्व पर सटीक हवाई हमला किया है। इज़राइल का कहना है कि यह वही लोग हैं जिन्होंने 7 अक्टूबर के नरसंहार और युद्ध को अंजाम दिया था। वहीं कतर ने इस हमले को कायराना और आपराधिक करार दिया है।
हमास के नेतृत्व पर इज़राइली सेना के सटीक हवाई हमले
इज़राइली सेना आईडीएफ में अरबी मीडिया डेस्क के प्रमुख और प्रवक्ता इकाई के उप कमांडर कैप्टन एला ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी दी
"#अत्यावश्यक 🔻आईडीएफ और शिन बेट (इज़राइल सुरक्षा एजेंसी) ने कुछ समय पहले हमास आतंकवादी संगठन के नेतृत्व पर सटीक हवाई हमले किए।
🔴जिन हमास नेताओं को निशाना बनाया गया, वे वर्षों से हमास की आतंकवादी गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे हैं और 7 अक्टूबर के नरसंहार और इज़राइल के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए सीधे तौर पर ज़िम्मेदार हैं।
🔴छापे से पहले, नागरिक हताहतों से बचने के लिए सटीक हथियारों और अतिरिक्त खुफिया जानकारी के इस्तेमाल सहित कई कदम उठाए गए थे।
🔴आईडीएफ और शिन बेट 7 अक्टूबर के नरसंहार के लिए ज़िम्मेदार लोगों का पता लगाने का काम जारी रखेंगे।"
IDF ने ट्वीट किया
"आईडीएफ और आईएसए ने हमास आतंकवादी संगठन के वरिष्ठ नेतृत्व को निशाना बनाकर एक सटीक हमला किया।
हमास नेतृत्व के ये सदस्य वर्षों से आतंकवादी संगठन के अभियानों का नेतृत्व कर रहे हैं, 7 अक्टूबर के क्रूर नरसंहार के लिए सीधे तौर पर ज़िम्मेदार हैं, और इज़राइल राज्य के विरुद्ध युद्ध का संचालन और प्रबंधन कर रहे हैं।
हमले से पहले, नागरिकों को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए सटीक हथियारों और अतिरिक्त खुफिया जानकारी के इस्तेमाल सहित कई उपाय किए गए थे।
आईडीएफ और आईएसए 7 अक्टूबर के नरसंहार के लिए ज़िम्मेदार हमास आतंकवादी संगठन को हराने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ काम करना जारी रखेंगे।"
हमास के राजनीतिक ब्यूरो पर हमले को कतर ने बताया आपराधिक
कतर के प्रधानमंत्री के सलाहकार और विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता डॉ. माजिद अल अंसारी ने ट्वीट किया,
"कतर राज्य, कतर की राजधानी दोहा में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के कई सदस्यों के आवासीय भवनों को निशाना बनाकर किए गए कायराना इज़राइली हमले की कड़ी निंदा करता है। यह आपराधिक हमला सभी अंतर्राष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का घोर उल्लंघन है और कतरवासियों तथा कतर में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।
मंत्रालय पुष्टि करता है कि सुरक्षा बलों, नागरिक सुरक्षा और संबंधित अधिकारियों ने तुरंत घटना पर ध्यान देना शुरू कर दिया और इसके परिणामों को रोकने तथा निवासियों और आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय किए।
कतर राज्य इस हमले की कड़ी निंदा करता है, साथ ही यह पुष्टि करता है कि वह इस लापरवाह इज़राइली व्यवहार और क्षेत्रीय सुरक्षा में जारी व्यवधान को बर्दाश्त नहीं करेगा, न ही ऐसी किसी भी कार्रवाई को बर्दाश्त करेगा जो उसकी सुरक्षा और संप्रभुता को निशाना बनाती हो। उच्चतम स्तर पर जाँच चल रही है और आगे के विवरण उपलब्ध होते ही घोषित किए जाएँगे।"
इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-
“हमास के शीर्ष आतंकवादी सरगनाओं के विरुद्ध आज की कार्रवाई पूरी तरह से स्वतंत्र इज़राइली अभियान था।
इज़राइल ने इसकी शुरुआत की, इज़राइल ने इसका संचालन किया और इज़राइल इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेता है।“
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कतर में आज के इज़राइली हमले की तीखी आलोचना की है। मैक्रॉन ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-
"कतर में आज के इज़राइली हमले, चाहे उनका मकसद कुछ भी हो, अस्वीकार्य हैं। मैं कतर और उसके अमीर, शेख तमीम अल थानी के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूँ। किसी भी हालत में युद्ध को इस क्षेत्र में नहीं फैलना चाहिए।"
हमास के खिलाफ इज़राइली सेना की यह कार्रवाई अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में नए तनाव पैदा कर रही है। कतर की नाराज़गी और इज़राइल की सख्ती से साफ है कि मध्य पूर्व में हालात और बिगड़ सकते हैं। अब सवाल यह है कि क्या यह हमला क्षेत्र में शांति की संभावना को और दूर ले जाएगा, या यह हमास के नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में निर्णायक साबित होगा।


