अखिलेश का आरएसएस से गठजोड़, भोपाल एन्काउंटर का विरोध कर रहे राजीव यादव पर पुलिस का जानलेवा हमला
अखिलेश का आरएसएस से गठजोड़, भोपाल एन्काउंटर का विरोध कर रहे राजीव यादव पर पुलिस का जानलेवा हमला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भोपाल एन्काउंटर के विरोध प्रदर्शन में पुलिस ने नागरिक संगठन रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव की बुरी तरह पिटाई की है। पुलिस राजीव को पीटते हुए जीपीओ पुलिस चौकी ले गई, जहां तबीयत बिगड़ने पर ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। राजीव यादव के अलावा मंच के शकील कुरैशी भी ज़ख़्मी हैं।
अखिलेश का आरएसएस से गठजोड़, भोपाल एन्काउंटर का विरोध कर रहे राजीव यादव पर पुलिस का जानलेवा हमला
मंच ने सोमवार को भोपाल में हुए सिमी एनकाउंटर और उसमें पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए लखनऊ, जीपीओ पर विरोध प्रदर्शन बुलाया था जहां पुलिस ने उन पर कार्रवाई की।
रिहाई मंच के प्रवक्ता अनिल यादव ने “हस्तक्षेप” से कहा,
‘अभी हमारा विरोध प्रदर्शन शुरू नहीं हुआ था। जीपीओ पहुंचकर हम अपना बैनर टांग रहे थे लेकिन वहां पहले से मौजूद पुलिस ने हमें धरना करने से मना कर दिया। इसके बाद राजीव ने जीपीओ पुलिस चौकी इंचार्ज ओमकार नाथ यादव से इसकी वजह जाननी चाही, तो पहले उनके साथ बदसुलूकी हुई, फिर बुरी तरह पिटाई भी की। पुलिस उन्हें और शक़ील कुरैशी को मारती हुई पुलिस चौकी तक ले गई है।
रिहाई मंच के अध्यक्ष मु. शुएब ने कहा है कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार से कोई अंदरुनी गठजोड़ कर रखा है, जिसका परिणाम लाठी चार्ज है। यह भी सरकारी हत्या का प्रयास है जो भी विरोध करेगा उसका भी यही अंजाम होगा।
वरिष्ठ पत्रकार पलाश विश्वास ने कहा,
Thus, it is clear that Akhilesh has aligned with RSS to save CM office.
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लखनऊ ज़िला कमेटी ने रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव के साथ घोर बर्बरतापूर्ण व्यवहार की कड़ी निंदा की है।
इस घटना की निंदा करते हुए माकपा ज़िला मंत्री प्रदीप शर्मा ने कहा कि सांप्रदायिक एजेंडे पर काम कर रही मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल में फ़र्ज़ी एनकाउंटर में आठ नौजवानों को मार दिया, जिसके खिलाफ पूरे देश के पैमाने पर विरोध कार्यवाहियां हुईं उसी क्रम में धरने पर बैठने के लिए जा रहे रिहाई मंच के नेताओं के ऊपर पुलिस द्वारा ज़बरदस्त लाठीचार्ज किया गया जिसमें रिहाई मंच के नेता राजीव यादव गम्भीर रूप से घायल हो गए।
श्री शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपने को धर्म निरपेक्ष कहने वाले अखिलेश सरकार के होते हुए इस तरह की कार्यवाही उनके धर्म निरपेक्ष चरित्र पर सवाल खड़ा करता है। इसका विरोध होनी चाहिए और हम लोग रिहाई मंच के साथ हैं और इसके लिए होने वाले संघर्ष में हम साथ हैं।
जनमंच के संयोजक दिनेश सिंह ने रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव पर हमला करने वाले दोषी पुलिस कर्मियों को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है।
जनमंच उत्तर प्रदेश ने ऐसे दमनकारी आपराधिक हमले में शामिल लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ तुरंत मुकदमा कायम कर गिरफ़्तारी की मांग की।
जनमंच के नेता एडवोकेट अतहर शम्शी ने जारी बयान में कहा कि अखिलेश सरकार ने जिस तरह से शांतिपूर्ण लोकतान्त्रिक धरने को करने से पहले ही पुलिस द्वारा हमला कराया वो समाजवादी पार्टी की हताश को दर्शाता है।
उन्होंने कहा पिछले 4 वर्षों में सिर्फ सांप्रदायिक हिंसा और मुस्लिमों के हत्याओं का दौर रहा, इनके खिलाफ रिहाई मंच ने हमेशा लड़ाई लड़ी और अब इलेक्शन के करीब अखिलेश गुजरात मॉडल को उत्तर प्रदेश में लागू करने में लग गए हैं। ऐसे में इन्साफ पसंद लोग और तमाम जनसंगठन इस सरकार के निशाने पर हैं इसी की कड़ी में रिहाई मंच महासचिव पर हमला किया गया।
सामाजिक कार्यकर्ता गुफरान सिद्दीकी ने कहा –
रिहाईमंच महासचिव राजीव यादव सहित अन्य नेताओं पर हमला समाजवादी पार्टी के ताबूत में आखरी कील साबित होगा। सपा मिशन 2017 में जनमंच लगाएगा पलीता।


