अखिलेश जी, वाक़ई मुख़्तार अंसारी एक सम्मानित परिवार से आते हैं
अखिलेश जी, वाक़ई मुख़्तार अंसारी एक सम्मानित परिवार से आते हैं
जानिए मुलायम क्यों बोले, मुख़्तार अंसारी एक सम्मानित परिवार से आते हैं
अखिलेश जी, वाक़ई में मुख़्तार अंसारी एक सम्मानित परिवार से आते हैं
शाहनवाज मल्लिक
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मुख़्तार अंसारी एक सम्मानित परिवार से आते हैं तो हमारे कुछ साथी मुलायम का मज़ाक बना रहे हैं. मगर ऐसा करके वो ख़ुद अपना मज़ाक बना रहे हैं क्योंकि वाक़ई में मुख़्तार अंसारी एक सम्मानित परिवार से आते हैं. मैंने अपने मित्र को जवाब दे दिया है. यहां भी लगा रहा हूं.
मुख़्तार अंसारी के दादा मुख़्तार अहमद अंसारी ने प्रतिष्ठित विक्टोरिया स्कूल से प्राथमिक शिक्षा लेने के मद्रास मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की. आगे की पढ़ाई के लिए वह इंग्लैंड गए और लंदन लॉक हॉस्पिटल के श्रेष्ठ छात्रों में गिने जाते थे.
वह इंग्लैंड में ही भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ गए थे. गांधी के पक्के अनुयायी थे और भारत वापसी पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और मुस्लिम लीग के अध्यक्ष भी रहे.
मुख़्तार अहमद अंसारी अपनी पत्नी के साथ दिल्ली के पटियाला हाउस में रहा करते थे.
तब पटियाला हाउस दारुस सलाम था.
उनकी पत्नी यानी कि मौजूदा मुख़्तार अंसारी की दादी बेहद धार्मिक महिला थीं और दिल्ली में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करती रहीं.
जब अंसारी परिवार पटियाला हाउस में रहा करता था, तब वह कांग्रेस की गतिविधियों के व्यस्ततम केंद्रों में से एक था. गांधी जी जब भी दिल्ली आते तो वह दारुस सलाम जाकर अंसारी दंपति के साथ वक़्त ज़रूर बिताते.
डॉक्टर अंसारी केंद्रीय विश्वविद्यालय जामिया मिल्लिया इस्लामिया के संस्थापकों में से एक थे और डॉ हकीम अजमल खां के इंतकाल के बाद 1928 से लेकर 1936 में अपना इंतकाल होने तक विश्वविद्यालय के चांसलर भी रहे. इनकी कब्र जामिया मिल्लिया इस्लामिया में ही है.
एम्स के ठीक सामने अंसारी नगर और दरियागंज में अंसारी रोड इन्हीं के नाम पर है.


