अविनाश कुमार चंचल

मोदी जी, इस साल से कोशिश कीजिये दूसरों के जीवन में थोड़ा कम ज़हर बोईये

मोदी जी,

जन्मदिन मुबारक हो।

आप आज सरदार सरोवर प्रोजेक्ट राष्ट्र के नाम समर्पित करेंगे। अरे साहब, जन्मदिन में मनोरंजन करना था, गुजरात चुनाव की तैयारी करनी थी, सेल्फी लेनी थी तो कुछ और कर लेते।

ये क्या बात हुई कि आप जन्मदिन मनाओ और नर्मदा घाटी के लाखों लोगों के लिए वो मरणदिन बन जाये ?

200 गांव, एक पूरा शहर डूबा कर, लाखों लोगों को उजाड़ने की तैयारी वो भी बिना उनके पुनर्वास का पुख़्ता इंतज़ाम किये- अच्छा सेलिब्रेशन नहीं है साहब।

बाकी आप जीते रहिये, खुश रहिये, लेकिन इस साल से कोशिश कीजिये दूसरों के जीवन में थोड़ा कम ज़हर बोईये।

सादर

#Dontdedicatetome

नर्मदा घाटी के रूपनीपुर गांव में लोगों के घरों में पानी आना शुरू हो गया है, लेकिन लोग घर छोड़ने से इनकार कर रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार पुनर्वास नीति को ईमानदारी से लागू नहीं करना चाह रही है।

क्या मोदी और शिवराज सरकार 200 गांव के लोगों को जलसमाधि के लिए मजबूर करना चाहते हैं ?

जब आप अपने-अपने घरों में सोने की तैयारी कर रहे हैं। नर्मदा घाटी के लोग डूब के डर में जाग रहे हैं। लेकिन इस डर के बावजूद वे जल सत्याग्रह जारी रखा है और इस क्रूर सरकार के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं।