Achhe Din: India is the most polluted country in the world. More than 2 million people die every year in India due to polluted air

दुनिया में प्रदूषित हवा से होने वाली हर 4 मौतों में से एक भारत में

दिल्ली भारत का सबसे प्रदूषित शहर (Delhi is most polluted city in India)

प्रदूषण में कानपुर दूसरे और गुरुग्राम तीसरे नंबर पर

नई दिल्ली, 30 अक्तूबर। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने प्रदूषण पर अपनी ताज़ा ग्लोबल रिपोर्ट में आगाह किया है कि दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 14 भारत में हैं. भारत दुनिया का सबसे प्रदूषित देश है जहां हर साल 20 लाख से ज़्यादा लोग प्रदूषित हवा की वजह से मरते हैं. ये तादाद दुनिया में सबसे ज़्यादा है.

वायु प्रदूषण से संबंधित मृत्यु दर और बीमारी का बोझ भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा है। भारत में खराब हवा की गुणवत्ता के कारण हर साल दो मिलियन से अधिक मौतें होती हैं, जो वैश्विक मौतों का 25% है।

दिल्ली के विपरीत अधिकांश शहरों में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना नहीं है। हालांकि पटना और वाराणसी जैसे कुछ शहरों ने हाल ही में कुछ एक्शन प्लान तैयार किए हैं, लेकिन ग्रेडियड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के मामले में तत्काल प्रदूषण के स्रोत के स्तर या प्रदूषण को कम करने के लिए कोई भी स्थान नहीं है।

दिल्ली जैसे शहरों में ग्रेडियड रिस्पांस एक्शन प्लान केवल सर्दियों के महीनों के दौरान लागू किया जा रहा है जबकि प्रदूषण का पैटर्न स्पष्ट रूप से संकेत दे रहा है कि यह पूरे साल एक समस्या है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से उपलब्ध ऑनलाइन आंकड़ों के आधार पर, अक्टूबर 2017 के महीनों के लिए पीएम 2.5 स्तर - जनवरी 2018 और मई - जून 2018 निम्नानुसार हैं:

14 most polluted cities

PM 2.5 levels Oct-Jan 2017

Agra

135

Delhi

293

Faridabad

197

Gaya

155

Gurugram

135

Jaipur

61.4

Jodhpur

120

Kanpur

178

Lucknow

145

Patna

148

Varanasi

173

Patiala

114

Muzaffarnagar

109

14 most polluted cities

PM 2.5 levels May-June 2018

Agra

99

Delhi

119

Faridabad

100

Gaya

109

Gurugram

111

Jaipur

87

Jodhpur

99

Kanpur

114

Lucknow

107

Patna

90

Varanasi

89

Patiala

67

Muzaffarnagar

89

बता दें वायु प्रदूषण एवं बाल स्‍वास्‍थ्‍य पर आधारित विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की एक नयी रिपोर्ट World Health Organization Report on Air Pollution and Child Health में बाह्य तथा घरेलू वायु प्रदूषण के कारण दुनिया में खासकर निम्‍न तथा मध्‍यम आय वाले देशों के निवासी बच्‍चों की सेहत पर पड़ने वाले गम्‍भीर प्रभावों का परीक्षण किया गया है।

दुनिया में 15 साल से कम उम्र के करीब 93 प्रतिशत बच्‍चे (1.8 अरब) रोजाना ऐसी हवा में सांस लेने को मजबूर हैं, जो इतनी प्रदूषित है कि उससे उनके स्‍वास्‍थ्‍य तथा शारीरिक विकास पर गम्‍भीर खतरा उत्‍पन्‍न हो गया है। यह त्रासद है कि उनमें से कई की मौत हो चुकी है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍ल्‍यूएचओ) के एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2016 में गंदी हवा के कारण श्‍वसन तंत्र में गम्‍भीर संक्रमण उत्‍पन्‍न होने से 6 लाख बच्‍चों की मौत हो गयी थी।

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