नई दिल्ली। इस देश की राष्‍ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा का काम अब आरएसएस के जिम्‍मे होगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को जयपुर में शुरू हुई पहली काउंटर टेरेरिज्म काँफ्रेंस 2015 Counter Terrorism Conference 2015 का यही आशय है। यह कार्यक्रम 'इंडिया फाउंडेशन' नाम का आरएसएस का अहम थिंक टैंक करवा रहा है जिसे आठ साल पहले संघ के नेता राम माधव (अब बीजेपी में) ने स्‍थापित किया था। इसके निदेशक बोर्ड में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, पत्रकार चंदन मित्रा, केंद्रीय मंत्री जयन्‍त सिन्‍हा, प्रसार भारती के चेयरमैन सूर्यप्रकाश से लेकर भारत में विदेशी निवेश के एक्‍सपर्ट और जियस कैप्‍स के एमडी शौर्य डोभाल तक शामिल हैं, जो राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के पुत्र हैं।

इस आयोजन की अहमियत क्‍या है, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि छह केंद्रीय मंत्रियों के अलावा इसमें भूटान के प्रधानमंत्री, नेपाल के पूर्व सेनाध्‍यक्ष कटवाल (प्रचंड की सरकार जिनकी वजह से गिरी थी), श्रीलंका के पूर्व सेनाध्‍यक्ष जनरल सरत फोनसेका, छत्‍तीसगढ़ के पूर्व डीजीपी विश्‍वरंजन, अमेरिका की होमलैंड सिक्‍योरिटी से जुड़े अमित कुमार, बांग्‍लादेश, अफगानिस्‍तान व भूटान के रणनीतिक सुरक्षा व गुप्‍तचर विशेषज्ञ, मारुफ रज़ा, चर्चित सरकारी वकील उज्‍ज्‍वल निकम से लेकर संघ के मुखपत्र 'ऑर्गनाइज़र' के संपादक प्रफुल्‍ल केतकर तक शामिल हैं।

केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद इंडिया फाउंडेशन का यह दूसरा बड़ा आयोजन है। इससे पहले गोवा में यह संस्‍था इंडिया आइडिया कॉनक्‍लेव करवा चुकी है और आगामी सितंबर में दिल्‍ली में आर्थिक विषयों पर एक और आयोजन करवाएगी। विस्‍तृत जानकारी के लिए लिंक पर जाएं ( http://www.indiafoundation.in/counter-terrorism-conference-2015/ )और इस देश की सुरक्षा की चिंता करने वालों के चेहरे देखें, उनका अतीत देखें और समझें कि आतंकवाद से लड़ने के नाम पर यहां क्‍या-क्‍या करने की संभावनाएं पैदा की जा रही हैं।
अभिषेक श्रीवास्तव