अब जेटली की नज़र में 16 दिसंबर 2012 का गैंगरेप छोटी वारदात !
अब जेटली की नज़र में 16 दिसंबर 2012 का गैंगरेप छोटी वारदात !
नई दिल्ली। 16 दिसंबर 2012 के जिस निर्भया रेप कांड ने पूरे देश को हिला रख दिया था उसे एक छोटी वारदात करार देकर केंद्रीय मंत्री और सर्वोच्च न्यायालय प्रखर अधिवक्ता अरुण जेटली बुरी तरह घिर गए हैं।
केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने एक बयान में वर्ष 2012 के गैंगरेप कांड को 'दिल्ली में रेप की छोटी वारदात' करार दिया था, अब उनकी चौतरफा कड़ी आलोचना होने के बाद जेटली ने सफाई देते हुए कहा है कि जो शब्द मैंने इस्तेमाल किया, उसे असंवेदनशील बताया गया, यह मेरा इरादा नहीं था...बयान को गलत समझा गया।
उल्लेखनीय है कि जेटली ने पर्यटन मंत्रियों की एक कॉन्फ्रेन्स में गुरुवार को कहा था, "दिल्ली में रेप की एक छोटी वारदात को दुनियाभर में दिखाया गया, और जहाँ तक वैश्विक पर्यटन (ग्लोबल टूरिज़्म) का सवाल है, हमें अरबों डॉलर का नुकसान हुआ..."
श्री जेटली ने यह भी कहा, "यह हमारा राष्ट्रीय उत्तरदायित्व है कि ऐसी वारदात नहीं होने दें..." हालाँकि सरकारी प्रचार की जिम्मेदारी संभालने वाले प्रेस इन्फॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने शाम को जारी किए गए जेटली के बयान में से 'छोटी' शब्द निकाल दिया था।
इसके बाद रक्षामंत्री एवं वित्तमंत्री की टिप्पणी और वस्तुतः उस पर आलोचना से बचने के पीआईबी के इन प्रयासों के बाद निंदा का चौतरफा दौर शुरू हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गैंगरेप की शिकार इस लड़की की मां ने अरुण जेटली के बयान पर प्रतिक्रिया में कहा, "मुझे इस बयान से बहुत ज़्यादा दुःख हुआ है... जब ज़रूरत थी, उन्होंने राजनैतिक उद्देश्यों के लिए निर्भया का नाम लिया, और अब जब वे सत्ता में आ गए हैं, तो इसे 'छोटी वारदात' बना दिया..."
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, "अरुण जेटली कहते हैं, रेप छोटी वारदात है, जिससे राजस्व का नुकसान होता है... सचमुच, शब्द नहीं मिल रहे हैं..."
You were one of the protestors at Jantar Mantar after the gang rape happened and today you justify the small rape comment? Come on.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) August 22, 2014
वरिष्ठ पत्रकार शेषनारायण सिंह ने कहा-
Oh my God. Prabhuta paai kaahi mad naaheen( प्रभुता पाइ काहि मद नाहीं). He is calling small. Being a top lawyer he knows the fact. That rape and murder are both heinous crimes. May be his male chauvinist arrogance was at play when he made this irresponsible and arrogant statementHe is calling small. Being a top lawyer he knows the fact. That rape and murder are both heinous crimes. May be his male chauvinist arrogance was at play when he made this irresponsible and arrogant statement
Mr Jaitley could have easily apologised for his gross remark. Instead he chose to show his power over PIB.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) August 22, 2014
Not only is Mr Jaitley's remark grossly offensive, what makes it even worse is the air brushing of his speech at PIB.
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) August 22, 2014
पत्रकार अवधेश आकोदिया ने फेसबुक पर लिखा- अरुण जेटली बड़े आदमी बन गए हैं इसलिए उनके लिए निर्भया बलात्कार कांड की एक छोटी सी घटना है...
वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री कहते हैं- मोदीजी आपने कहा की रेप की हर घटना शर्म से माथा झुका देती है और आपके वित्तमंत्री जेटली जी निर्भया काण्ड को एक छोटी घटना बता रहे हैं। देश क्या समझे ????
मोदी जी! आप तो भाषण देते थे कि रेप की घटना से आपका माथा शर्म से झुक जाता है। अब जेटली जी की हरकत से आपको कुछ शर्म आती है क्या?
— Manish Sisodia (@msisodia) August 22, 2014
"एक छोटे से बलात्कार की वजह से देश को अरबों रुपयों का पर्यटन राजस्व नुकसान हो गया- अरुण जेटली
अर्थ- राष्ट्र विकास के लिए छोटेमोटे बलात्कार छिपा लेने चाहिए.
भारत माता की जय."
- समर अनार्या, मानवाधिकार कार्यकर्ता
एक अन्य कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने इसे 'बेवकूफाना और भयानक' बयान की संज्ञा देते हुए कहा कि अरुण जेटली को देश की महिलाओं से क्षमायाचना करनी
It wasn't "a small rape" for the victim. It took her life. #VAW does not have a "small" impact on women. Arun Jaitley should know this. +
— Nilanjana Roy (@nilanjanaroy) August 22, 2014
इसके बाद सारे देश में बलात्कारियों के विरुद्ध गुस्सा उमड़ पड़ा था, और बलात्कार संबंधी कानूनों तक में बदलाव करने पड़े थे। इस कांड के लिए जिम्मेदार सभी छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिनमें से एक ने तिहाड़ जेल में ही आत्महत्या कर ली थी, जबकि एक अभियुक्त का मुकदमा नाबालिग होने की वजह से जुवेनाइल कोर्ट में चला था, और उसे दोषी करार देकर तीन वर्ष तक सुधार गृह में रहने की सज़ा सुनाई गई थी। शेष चारों अभियुक्तों को मृत्युदंड सुनाया जा चुका है।


