नई दिल्ली, 20 अक्टूबर 2019। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Former Congress President Rahul Gandhi) ने रविवार को नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल कुछ लोगों को 'धर्माध' करार दिया।

श्री गांधी की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब इसके एक दिन पहले नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी (Nobel laureate Abhijeet Banerjee) ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के उस बयान पर नाराजगी जाहिर की थी, जिसमें उन्होंने बनर्जी की पेशेवर कुशलता पर सवाल खड़े किए थे।

बता दें पीयूष गोयल मोदी सरकार के सबसे विद्वान मंत्रियों में गिने जाते हैं, जिन्होंने पिछले दिनों भारतीय अर्थव्यवस्था पर कह दिया था कि गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज आइंस्टीन ने की थी।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया,

"प्रिय बनर्जी ये धर्मांध लोग नफरत में अंधे हो चुके हैं। इन्हें नहीं पता कि पेशेवर कुशलता क्या होती है। यदि आप एक दशक तक भी कोशिश करें तो भी आप इन्हें यह नहीं समझा पाएंगे।"

उन्होंने कहा कि लाखों भारतीयों को आपके काम पर गर्व है।

राहुल गांधी ने कांग्रेस की न्याय योजना को तैयार करने में नोबेल पुरस्कार विजेता के योगदान की प्रशंसा की है, जो 2019 के आम चुनाव में पार्टी की चुनावी घोषणा में शामिल थी।

पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा था,

"अभिजीत बनर्जी ने नोबेल पुरस्कार जीता है, मैं उन्हें बधाई देता हूं। लेकिन आप सभी जानते हैं कि उनकी सोच पूरी तरह वामपंथी है। उन्होंने न्याय योजना बनाई, लेकिन देश के लोगों ने उनकी सोच को नकार दिया।"

बनर्जी ने एक दिन बाद एक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में खुद का बचाव किया और कहा,

"मेरी आर्थिक सोच किसी पक्ष विशेष के लिए नहीं है।"