नई दिल्ली, 23 अक्टूबर। अंततः देश की सबसे बड़ी साहित्यिक संस्था साहित्य अकादमी (Sahitya Akademi) ने भी कन्नड़ लेखक एमएम कलबुर्गी की हत्या (Kannada writer MM Kalburgi murder) की निंदा की है।

अकादमी की आज हुई आपात बैठक में अकादमी ने इस हत्या और इसके साथ ही देश में बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ प्रदर्शन (Demonstrations against increasing intolerance in the country) कर रहे लेखकों और कवियों के साथ एकजुटता दिखाई है।

अकादमी की आज हुई आपात बैठक के बाद संस्था ने इन मुद्दों पर उसकी चुप्पी के विरोध स्वरूप अपने अवार्ड लौटाने वाले कलमकारों से अपने पुरस्कार वापस लेने की अपील भी की है।

अकादमी की बैठक के बाद वरिष्ठ साहित्यकार के नचिमुथु ने कहा हम एकसुर में एमएम कलबुर्गी की हत्या की निंदा करते हैं।

बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ सड़क पर लेखकों का मौन जुलूस

अकादमी की बैठक से ठीक पहले देश के कई नामचीन लेखकों ने आज देश में बढ़ती असहिष्णुता के खिलाफ शांतिपूर्ण मार्च किया।

देश भर से करीब 100 लेखक मंडी हाउस में श्रीराम सेंटर के पास एकत्र हुए और वहां से साहित्य अकादमी तक मार्च किया। लेखकों ने कहा कि उनका यह प्रदर्शन असामाजाकि घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार के आंखें मूंदे रहने के खिलाफ उनके आक्रोश को दर्शाने के लिए है। साथ ही वे इस प्रदर्शन के जरिये साहित्यकारों पर बढ़ते हमलों के प्रति अकादमी का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।