कौन होगा नया ईडी चीफ, कोई खबर नहीं

कहां एडजस्ट किए जाएंगे संजय कुमार मिश्रा

निवर्तमान प्रवर्तन निदेशालय प्रमुख संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, केंद्र सरकार नए ईडी प्रमुख की नियुक्ति पर चुप है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि नए ईडी निदेशक के लिए किसी नाम को अंतिम रूप दिया है या नहीं या संजय कुमार मिश्रा आज भी रिटायर किए जाएंगे या नहीं।

केंद्र सरकार ने ने अभी तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नए निदेशक की नियुक्ति नहीं की है, हालांकि मौजूदा प्रमुख संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश से आज समाप्त हो रहा है।

बीती 27 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने "व्यापक सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए" संजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल 15 सितंबर तक बढ़ा दिया था, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले माना था कि उनका पिछला विस्तार ही "अवैध" था और वह 31 जुलाई से आगे ईडी निदेशक नहीं रह सकते।

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से मिश्रा का कार्यकाल आगामी 15 अक्टूबर तक इस आधार पर बढ़ाए जाने की अपील की थी कि वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (Financial Action Task Force एफएटीएफ) टीम की समीक्षा के लिए उनकी सेवाओं की आवश्यकता थी, जिसका विदेशी वित्तीय सहायता पर असर पड़ेगा।

कैसे होती है ईडी निदेशक की नियुक्ति?

ईडी निदेशक संजय कुमार मिश्रा को केंद्रीय सतर्कता आयोग अधिनियम, 2003 के प्रावधानों के अनुसार नियुक्त किया गया था। संजय कुमार मिश्रा 1984 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) आयकर कैडर के अधिकारी हैं। पहले उन्हें जांच एजेंसी में प्रमुख विशेष निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। ईडी में नियुक्ति से पहले संजय मिश्रा दिल्ली में आयकर विभाग के मुख्य आयुक्त के रूप में कार्यरत थे। दरअसल केंद्र सरकार एक पैनल की सिफारिश पर निदेशक की नियुक्ति करती है। इस पैनल में दो सतर्कता आयुक्त और गृह, वित्त और कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव शामिल होते हैं। पैनल के अध्यक्ष सतर्कता आयुक्त होते हैं। पैनल निवर्तमान निदेशक के परामर्श से नए निदेशक की नियुक्ति करता है। ऐसे में नए निदेशक की नियुक्ति में भी संजय कुमार मिश्रा की भूमिका अहम हो जाती है।

अभी तक कोई खबर नहीं है कि पैनल ने ईडी के नए निदेशक के लिए कोई नाम तय किया है या नहीं।

संजय कुमार मिश्रा ने 19 नवंबर, 2018 को दो साल की अवधि के लिए ईडी प्रमुख का पदभार संभाला था, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा उन्हें तीन विस्तार दिए गए थे। विपक्ष लगातार यह आरोप लगाता रहा है कि मोदी सरकार अपने विरोधियों और आलोचकों को निशाना बनाने के लिए ईडी जैसी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। विपक्ष यह भी आरोप लगाता रहा है कि राज्यों में ऑपरेशन लोटस चलाकर सरकारें गिराने के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जाता है और संजय कुमार मिश्रा मोदी सरकार के राजनीतिक अभियानों को चलाने की वजह से ही तीन सेवा विस्तार पाए।

अब संजय कुमार मिश्रा का क्या होगा?

Where will Sanjay Kumar Mishra be adjusted?

अब देखना होगा कि संजय कुमार मिश्रा की सेवा समाप्ति के बाद कौन नया ईडी निदेशक बनता है और केंद्र सरकार संजय कुमार मिश्रा को क्या ईनाम देकर उन्हें कहां एडजस्ट करती हैं। ... या फिर संजय कुमार मिश्रा आज भी रिटायर नहीं किए जाएंगे और केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट से पंगा लेने के लिए कोई नया मोर्चा खोलेगी?