PM Modi attacked Congress over Emergency, Mallikarjun Kharge replied

नई दिल्ली, 24 जून 2024। 18 वीं लोकसभा के पहले सत्र की आज शुरुआत से पहले एक तरफ संसद भवन में सांसद शपथ ग्रहण कर रहे थे तो दूसरी तरफ संसद भवन के बाहर इंडिया गठबंधन के सांसद संविधान बचाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इस सब के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले सदन में शपथ ली। इससे पहले पीएम मोदी ने सत्र शुरू होने से पहले अपनी बात रखी।

पीएम मोदी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि देश की जनता विपक्ष से भी अच्छे कदमों की अपेक्षा रखती है। विपक्ष की तरफ से अब तक तो निराशा मिली है। शायद इस 18वीं लोकसभा में विपक्ष से देश के नागरिक अच्छी भूमिका की अपेक्षा करते हैं।

आपातकाल के बहाने कांग्रेस पर हमला बोला मोदी ने

देश में आपातकाल का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया और कहा कि आज 24 जून है, जब हम मिले हैं। कल 25 जून है जिसे कोई भूल नहीं सकता। 50 वर्ष उस दिन को कल होने वाला है जब देश के लोकतंत्र पर काला धब्बा लगा था।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी की बातों पर जमकर निशाना साधा। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर खड़गे ने लिखा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने प्रथागत शब्द आज जरुरत से ज्यादा बोले। इसे कहते हैं, रस्सी जल गई, बल नहीं गया।

देश को आशा थी कि पीएम मोदी महत्वपूर्ण मुद्दों पर कुछ बोलेंगे। नीट व अन्य भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के बारे में युवाओं के प्रति कुछ सहानुभूति दिखाएंगे, पर उन्होंने अपनी सरकार की धांधली व भ्रष्टाचार के बारे में कोई ज़िम्मेदारी नहीं ली।

हाल ही में हुई पश्चिम बंगाल की रेल दुर्घटना के बारे में भी पीएम मोदी मौन साधे रहे। मणिपुर पिछले 13 महीनों से हिंसा की चपेट में है, पर वह न वहां गए और ना ही उन्होंने आज के अपने भाषण में ताज़ा हिंसा के बारे में कोई चिंता व्यक्त की है। असम व पूर्वोत्तर में बाढ़ हो, कमरतोड़ महंगाई हो, रुपए का गिरना हो, एग्जिट पोल-स्टॉक मार्केट घोटाला हो। उन्होंने इस पर कुछ भी नहीं कहा।

खड़गे ने आगे लिखा कि अगली जनगणना लंबे समय से मोदी सरकार ने लंबित रखी है, जातिगत जनगणना पर भी वह बिल्कुल चुप थे। खड़गे ने लिखा कि पीएम मोदी आप विपक्ष को नसीहत दे रहे हैं। 50 साल पुराने आपातकाल की याद दिला रहे हैं, पिछले 10 साल के अघोषित आपातकाल को भूल गए जिसका जनता ने अंत कर दिया।

खड़गे ने लिखा कि लोगों ने पीएम मोदी के ख़िलाफ़ जनमत दिया है। इसके बावजूद अगर वो प्रधानमंत्री बन गए हैं तो उन्हें काम करना चाहिए। "जनता को काम चाहिए नारे नहीं" - ये ख़ुद याद रखें। विपक्ष व इंडी गठबंधन संसद में सर्वसम्मति चाहता है, हम जनता की आवाज़ सदन, सड़क और सभी के समक्ष उठाते रहेंगे।

उन्होंने आगे लिखा कि संविधान की रक्षा हम करेंगे, लोकतंत्र ज़िंदाबाद।

खड़गेके ट्वीट का मजमून निम्न है -

“प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने customary शब्द आज ज़रुरत से ज़्यादा बोले। इसे कहते हैं, रस्सी जल गई, बल नहीं गया।

देश को आशा थी कि मोदी जी महत्वपूर्ण मुद्दों पर कुछ बोलेंगे।

NEET व अन्य भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के बारे में युवाओं के प्रति कुछ सहानुभूति दिखाएंगे, पर उन्होंने अपनी सरकार की धाँधली व भ्रष्टाचार के बारे में कोई ज़िम्मेदारी नहीं ली।

हाल ही में हुई पश्चिम बंगाल की रेल दुर्घटना के बारे में भी मोदी जी मौन साधे रहे।

मणिपुर पिछले 13 महीनों से हिंसा की चपेट में है, पर मोदी जी न वहाँ गए और ना ही उन्होंने आज के अपने भाषण में ताज़ा हिंसा के बारे में कोई चिंता व्यक्त की है।

असम व पूर्वोत्तर में बाढ़ हो, कमरतोड़ महँगाई हो, रूपया का गिरना हो, Exit Poll-Stock Market घोटाला हो;

अगली जनगणना लंबे समय से मोदी सरकार ने लंबित रखी है, जातिगत जनगणना पर भी मोदी जी बिलकुल चुप थे।

@narendramodi जी, आप विपक्ष को नसीहत दे रहे हैं। 50 साल पुरानी Emergency की याद दिला रहे हैं, पिछले 10 साल के Undeclared Emergency को भूल गए जिसका जनता ने अंत कर दिया।

लोगों ने मोदी जी के ख़िलाफ़ जनमत दिया है। इसके बावजूद अगर वो प्रधानमंत्री बन गए हैं तो उन्हें काम करना चाहिए।

"जनता को substance चाहिए slogan नहीं" - ये ख़ुद याद रखें।

विपक्ष व INDIA जनबंधन संसद में Consensus चाहता है, हम जनता की आवाज़ सदन, सड़क और सभी के समक्ष उठाते रहेंगे।

संविधान की रक्षा हम करेंगे !

लोकतंत्र ज़िंदाबाद !”