Rape is the product of a class divided society

बलात्कार एक वर्ग विभाजित समाज का उत्पाद है.

वर्ग विभाजित समाज में ऊपरी पायदान पर बैठे घृणित राक्षस निचले पायदान की महिलाओं के साथ बलात्कार कर शारिरीक और सामाजिक दंड देते हैं. ऐसा कर वे अपनी बादशाहत कायम रखते हैं! दलित, अल्पसंख्यक आर्थिक रूप से कमजोर और आदिवासी महिलाओं का उत्पीड़न और बलात्कार ज्यादा होता है.

दूसरे, बाजार की जरूरत ने "सेक्स" को माल बना दिया है. मुनाफे के लिए पोर्न, भद्दे ब्यूटी कॉन्टेस्ट, आदि युवकों में कामुक भावनाएं तो बेतहाश बढ़ा देते हैं, पर उसे संतुष्ट करने का कोई विकल्प नहीं दिया.

अंत में, धुर दक्षिणपंथियों ने सत्ता में आने के बाद बलात्कारियों को शह दिया है. इतिहास भी इसका गवाह है! अफ्रीका में साम्राज्यवादियों ने हर हद पार कर दी है!

अब सजा पर आते हैं. मैं जल्दी और फांसी के सजा के पक्ष में हूं.

पर बलात्कार या किसी भी अपराध के आधार को हटाना हमारा क्रांतिकारी कार्य है. महिलाओं की मुक्ति समाजवाद में ही सम्भव है!

कैप्टन के के सिंह