कमियों के बावजूद संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था का विकल्प तानाशाही नहीं : अखिलेन्द्र
कमियों के बावजूद संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था का विकल्प तानाशाही नहीं : अखिलेन्द्र
बहुजन राजनीति की दशा व दिशा पर सकलडीहा में विचार गोष्ठी सम्पन्न … Seminar held in Sakaldiha on the condition and direction of Bahujan politics
सकलडीहा (उत्तर प्रदेश) 27 अगस्त। संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था (Parliamentary democratic system) के अन्दर जो भी कमजोरी हो लेकिन इसका विकल्प अधिनायकवाद नहीं है। उक्त बातें सकलडीहा में "बहुजन राजनीति की दशा व दिशा" पर युवा मंच के तरफ से आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता के वतौर बोलते हुए स्वराज अभियान के राष्ट्रीय नेता अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा।
Our country is moving from parliamentary democracy to dictatorship.
अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हमारा देश संसदीय जनतंत्र से तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है लेकिन हमने देखा है कि पाकिस्तान में लम्बे समय तक सैनिक तानाशाही रही लेकिन पाकिस्तान बंट गया और भविष्य में एक देश रह पायेगा कि नहीं कहा नहीं जा सकता। हमारे देश में भी आरएसएस व भाजपा तानाशाही लाना चाहती है उसकी मंशा भी बूलेट से देश चलाने की हैं जो ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि नब्बे के दशक से शुरू हुई बहुजन राजनीति का पेरियार, ज्योति बा फूले, डॉ. अम्बेडकर और लोहिया के मूल विचारों के साथ नहीं रहा है और इसकी भ्रष्ट दिवालिया राजनीति ने देश में अधिनायकवाद बढ़ाने में मदद की है। बहुजन राजनीति ने जातिविहीन समाज की जगह जातीय गोलबन्दी को परवान चढाया है और जातिविहीन समता मूलक समाज को कमजोर किया है। वही इन्होंने कभी भी राजनैतिक अर्थशास्त्र पर दलित बहुजन दृष्टि को विकसित नहीं होने दिया। देश में बढ़ रही तानाशाही की राजनीतिक प्रवृत्ति के खिलाफ लड़ने के लिए जरूरी है कि धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की लोकपक्षीय व्याख्या की जाए।
उन्होंने कहा कि बहुजन राजनीति को नए सिरे से लोहिया अंबेडकर पेरियार के रास्ते पर ले जाना होगा जिसको सामाजिक न्याय के प्रश्नों के साथ-साथ आर्थिक सवाल भी हल करना होगा।
उन्होंने कहा कि मिर्जापुर सोनभद्र चंदौली में बहुजन राजनीति की दशा और दिशा पर जगह-जगह सेमिनार होगा, ताकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के अधिनायक वादी राजनीति के खिलाफ लोगों को गोलबंद किया जा सके।
गोष्ठी में स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के जिला प्रभारी अजय राय, इण्टर कालेज के प्रवक्ता अर्जुन प्रसाद आर्य, विनोद कुमार, विनोद कुमार भारती, वरिष्ठ नेता डा० रामकुमार राय, रामकेश राय,सुनील राजभर,बबलु भारती,सरवन राय,कमलेश राजभर केशव राय,देवलाल राय,सुरेश चन्द्र बिन्द,बाबुजान,संजय राजभर रणवीर राणा,मनोज यादव,अमर बहादुर चौहान,बेचई मोर्या श्याम बिहारी,सहित कई लोगों ने अपना विचार गोष्ठी में रखे।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता मजदूर किसान मंच के संह संयोजक रामेश्वर प्रसाद व संचालन युवा मंच के प्रभारी आलोक राय ने किया।


