कश्मीर में दमन पर भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद बोलीं, यह मुस्लिमों के लिए बड़े पैमाने पर बंदी शिविरों की योजना
कश्मीर में दमन पर भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद बोलीं, यह मुस्लिमों के लिए बड़े पैमाने पर बंदी शिविरों की योजना
नई दिल्ली, 25 अगस्त 2019. जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 व 35 ए (Articles 370 and 35A giving special status to Jammu and Kashmir) के ज्यादातर प्रावधानों को भारत द्वारा खत्म करने के बाद कश्मीर में गिरफ्तारियों की खबरों को लेकर भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद (Indian-American MP) प्रमिला जयपाल (Rep. Pramila Jayapal) परेशान हैं।
भारत में जन्मी प्रमिला जयपाल एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ और कार्यकर्ता हैं, जो वर्तमान में वाशिंगटन के 7 वें कांग्रेस जिले से अमेरिकी प्रतिनिधि के रूप में कार्य करती हैं, जिसमें सिएटल के साथ-साथ किंग काउंटी के उपनगरीय क्षेत्रों के अधिकांश शामिल हैं। वे अमेरिकी सदन की अध्यक्षता करने वाली पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी महिला भी हैं।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सदस्य प्रमिला जयपाल ने अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा,
‘कश्मीर में भारत सरकार द्वारा 2,000 लोगों की गिरफ्तारियां किये जाने की खबरों से बहुत परेशान हूं।'
उन्होंने न्यूयार्क टाइम्स की एक खबर साझा करते हुए कहा,
“मुस्लिमों के लिए बड़े पैमाने पर बंदी शिविरों की रिपोर्ट की योजना के शीर्ष पर यह है। असंतोष को दबाने के लिए भय और अति-देशभक्ति का उपयोग करना भारत में भी उतना ही हानिकारक है जितना कि अमेरिका में।“
अमेरिकी संसद में मानवाधिकार के मुद्दों को जोर-शोर से उठाने वाली जयपाल ने लिखा,
‘लोकतंत्र में पारदर्शिता, उचित प्रक्रिया, एकत्र होने एवं वाक् एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता आवश्यक होती है। ये बिल्कुल ही आवश्यक हैं, यहां तक कि सर्वाधिक जटिल परिस्थितियों में भी।'
Deeply troubled by reports of Indian Govt's arrests of 2,000 in Kashmir. This on top of reported plans for large-scale gov't detention camps for Muslims. Using fear & hyper-patriotism to suppress dissent is as detrimental in India as it is America. (1/2) https://t.co/yBWvpClWMQ
— Rep. Pramila Jayapal (@RepJayapal) August 24, 2019
(2/2) Democracy requires transparency, due process and freedom of assembly & speech. These are absolutely essential, even in the most complex of situations. https://t.co/bMaBqM3xT9
— Rep. Pramila Jayapal (@RepJayapal) August 24, 2019


