केजरीवाल आरएसएस और ......के कन्धों पर ही सवार रहे हैं और हैं
केजरीवाल आरएसएस और ......के कन्धों पर ही सवार रहे हैं और हैं
केजरीवाल आरएसएस और ......के कन्धों पर ही सवार रहे हैं और हैं
केजरीवाल।
आलोक वाजपेयी
केजरीवाल कौन हैं?
दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। एक ऐसा राज्य जो मात्र 100 कम के भीतर सिमटा हुआ है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्य के दो जिले बराबर भी नहीं।
मुख्यमंत्री के रूप में अपने क्षेत्र की वास्तविक समस्याओं पर उनका हमेशा पलायनवादी रुख रखता है। आज तक मैंने कभी उनके मुंह से राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कोई जिम्मेदारी लेने वाली बात नहीं सुनी।
हर राष्ट्रीय मुद्दे पर कुछ न कुछ उल्टा सीधा बोलने में तत्पर रहते हैं। उनकी पार्टी का दिल्ली,पंजाब के अलावा कोई अता-पता नहीं है। जहां चुनाव होने हों और कांग्रेस वहां से चुनौती देने की स्थिति में हो तो वो प्रकट हो जाते हैं भाजपा के सेवार्थ। जैसे गोवा।
लोग समझते हैं कि केजरीवाल मोदी को खुली चुनौती देते हैं और बहुत वीर हैं।
असलियत यह है वो पोलिटिकल डिबेट को अगम्भीर बनाने का काम करते हैं और छद्म हिंसा की भाषा स्तेमाल कर लोगों के भीतर कुंठा, चक्कलस्बाजी और फिजूल की बाते भरने का काम करते हैं। यानी भाजपा का ही काम कर रहे हैं।
यह बात समझना कठिन है पर जरूरी है।
केजरीवाल आरएसएस और ......के कन्धों पर ही सवार रहे हैं और हैं।
जनता की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश का एक अभिन्न व महत्त्वपूर्ण घटक।


