कोलेजियम के सामने झुकी सरकार, जस्टिस के. एम. जोसेफ बनेंगे उच्चतम न्यायालय के जज
कोलेजियम के सामने झुकी सरकार, जस्टिस के. एम. जोसेफ बनेंगे उच्चतम न्यायालय के जज

The government bowed before the collegium, Justice K. M. Joseph will be the judge of the Supreme Court
नई दिल्ली, 03 अगस्त। पिछले काफी समय से उच्चतम न्यायालय में जस्टिस के. एम. जोसेफ की नियुक्ति को लेकर बवाल चल रहा था लेकिन अब ये विवाद खत्म होता नजर आ रहा है क्योंकि केंद्र सरकार कोलेजियम की सिफारिशों को मानने को तैयार है।
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार ने जस्टिस के. एम. जोसेफ को उच्चतम न्यायालय का जज नियुक्त करने की सिफारिश मान ली है कहा जा रहा है कि जल्द ही उन्हें पद सौंपा जाएगा।
कोलेजियम ने की थी जस्टिस के.एम. जोसेफ को उच्चतम न्यायालय का जज नियुक्त करने की सिफारिश
कोलेजियम ने 10 जनवरी को उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस के.एम. जोसेफ को सबसे बड़ी अदालत में जज बनाने की सिफारिश की थी लेकिन केंद्र सरकार ने फाइल लौटा दी थी। 26 अप्रैल को भी केंद्र ने जोसेफ की फाइल पुनर्विचार के लिये कॉलेजियम को यह कहते हुए लौटा दी थी कि यह प्रस्ताव शीर्ष अदालत के मानदंडों के अनुरूप नहीं है। यही नहीं, सरकार ने फाइल लौटाते हुए न्यायमूर्ति जोसेफ की वरिष्ठता पर भी सवाल उठाये थे।
उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन प्रकरण से नाराज़ थी सरकार
कहा जा रहा था कि केंद्र सरकार ये नियुक्ति इसीलिए रोक रही है...क्योंकि जस्टिस जोसेफ ने 2016 में उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले को खारिज कर दिया था। और कांग्रेस को राहत दी थी इसलिए ऐसा माना जा रहा था कि सरकार उसी का बदला लेने के लिए जस्टिस जोसेफ की उच्चतम न्यायालय में नियुक्ति रोक रही है। केंद्र के बार-बार फाइल लौटाने के बाद इसपर काफी विवाद भी हुआ था। विपक्ष से लेकर कई जजों ने केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था इस विरोध के बाद आखिरकार केंद्र को झुकना ही पड़ा।
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार ने कोलेजियम की सिफारिशों को मान लिया है। केंद्र जस्टिस के.एम. जोसेफ को सबसे बड़ी अदालत में जिम्मेदारी देने को तैयार हो गई है। कहा जा रहा है कि जल्द ही उन्हें पद सौंप दिया जाएगा। के.एम. जोसेफ के साथ मद्रास हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस इंदिरा बनर्जी और उड़ीसा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विनीत शरण को भी प्रमोट किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो अगले हफ्ते ही राष्ट्रपति सचिवालय से नियुक्ति का आदेश जारी हो सकता है।


