क्या कर रहे हैं 'हिंदुत्ववादी' सूरमा ? अब कश्मीर क्यों सुलग रहा है?
क्या कर रहे हैं 'हिंदुत्ववादी' सूरमा ? अब कश्मीर क्यों सुलग रहा है?
श्रीराम तिवारी
भारत ने जनवाद और धर्मनिरपेक्षता का दामन कभी नहीं छोड़ा, किन्तु पाकिस्तान का मजहबी- आतंकवादी हमला बदस्तूर जारी रहा। पाकिस्तान की शह पर कश्मीर आज भी धधक रहा है।
भारत में कुछ लोग इस फसाद की जड़ 'धर्मनिरपेक्षता' और 'तुष्टीकरण' की नीति को मानते हैं। अब इस धर्मनिरपेक्षता और तुष्टिकरण की नीति वाले सत्ता से बाहर हैं और 'राष्ट्रवादी' विचारधारा के लोग केंद्र सरकार में विराजित हैं। वर्तमान में 'संघ परिवार'के प्रसाद पर्यन्त महबूबा मुफ्ती जी कश्मीर की मुख्य्मंत्री हैं। इसलिए अब सवाल उठता है कि यदि कश्मीर समस्या के लिए 'धर्मनिरपेक्षता' जिम्मेदार रही है, कांग्रेस जिम्मेदार रही है, उसके पूर्व प्रधान मंत्री जिम्मेदार रहे हैं, तो अब 'हिंदुत्ववादी' सूरमा क्या कर रहे हैं ?
देश में शुद्ध 'राष्ट्रवादियों' की सरकार के होते हुए कश्मीर की वादियों में मरघट की ज्वाला क्यों धधक रही है ?
अब सारा भारत आतंकवाद की गिरफ्त में क्यों है?
सत्ता के लिए दुष्प्रचार करना, धर्मनिरपेक्षता को गाली देना, किसी को 'सेकुलरिस्ट' कह देना और किसी को 'हिन्दू विरोधी' करार देना बहुत आसान है, किन्तु खुद सत्ता में आने के बाद जब समस्याएँ और विकराल हो उठीं हैं तो अब नए-नए बहाने खोजे जा रहे हैं।
जिनका जमीर नहीं मरा उन्हें खुद से अवश्य पूछना चाहिए कि सभी समस्याएं यथावत मुँह बाएँ क्यों खड़ी हैं ?
अब कांग्रेस, वामपंथ या धर्मनिरपेक्षता वाले तो इस परिदृश्य में कहीं भी नहीं हैं।


