पंकज चतुर्वेदी

कर्नाटक सीआईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गौरी की हत्या 7.65 एम एम पिस्टल से की गयी है। पनसारे, डाभोलकर और कलबुर्गी की हत्या भी ऐसे ही हथियार से हुई थी। गौरी लंकेश को काफी करीब से गोलियां मारी गयीं। पनसारे, कलबुर्गी और डाभोलकर को भी काफी करीब से गोलियां मारी गई थीं।

सनद रहे 7.65 बोर प्रतिबंधित बोर है और इसका लायसेंस आम लोगो को नहीं मिलता। इसके कारतूस भी सेना या अर्ध सैनिक बलों से खरीदने होते हैं।

जैसे कि समझौता मक्का मस्जिद ब्लास्ट में इस्तेमाल विस्फोटक बाज़ार में नहीं मिलता। उसे सेना के मालखाने से चुराया गया था।

अभिनव भारत का सैन्य प्रशिक्षण विंग का प्रभारी अब जेल से बाहर है।

पंकज चतुर्वेदी की फेसबुक टाइमलाइन से साभार