क्या न्यायपालिका की मदद से आरएसएस लालू प्रसाद को जेल में ही मार डालना चाहता है ?
क्या न्यायपालिका की मदद से आरएसएस लालू प्रसाद को जेल में ही मार डालना चाहता है ?
नई दिल्ली, 27 मार्च। क्या न्यायपालिका की मदद से आरएसएस लालू प्रसाद को जेल में ही मार डालना चाहता है ? जी हाँ, यह गंभीर आरोप वरिष्ठ पत्रकार दिलीप सी मंडल ने लगाया है। दिलीप सी मंडल ने फेसबुक पर दो अलग-अलग पोस्ट लिखीं जिनका अर्थ यह निकलता है कि आरएसएस न्यायपालिका की मदद से लालू प्रसाद को जेल में ही मार डालना चाहता है।
दिलीप मंडल ने एक पोस्ट में फेसबुक पर लिखा
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“जरूरी सूचना।
सेकुलरिज्म और सामाजिक न्याय के नायक लालू प्रसाद को RSS जेल में ही मार डालना चाहता है। लालू जी की सेहत खराब है। इलाज के लिए बड़े शहर के अस्पताल में नहीं भेजा जा रहा है। बुरी खबर के लिए तैयार रहें।“
एक अन्य पोस्ट में सुप्रीम कोर्ट के विवादित जज अरुण मिश्रा का चित्र शेयर करते हुए उन्होंने लिखा
"सुप्रीम कोर्ट के विवादित जज अरुण मिश्रा के 8 मई 2017 के फैसले के कारण लालू प्रसाद पर एक ही मामले में बार-बार फैसले आ रहे हैं और उन फैसलों को जोड़कर लागू किया जा रहा है.
ये वही जज हैं, जो चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के प्रिय हैं और जस्टिस लोया मर्डर केस भी इनके ही पास भेजा गया.
जस्टिस अरुण मिश्रा की बैंच को राजनीतिक महत्व के सारे मामले सौंपे जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के चार जजों - जस्टिस चलमेश्वर, जस्टिस गोगोई, जस्टिस लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि इससे "लोकतंत्र खतरे में" पड़ गया है.
जस्टिस मिश्रा के पिता मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के जज थे. भारत में जजों के परिवार के लोग ही ज्यादातर जज बनते हैं.
जस्टिस मिश्रा का लालू यादव वाला फैसला कितना बेतुका है, यह जानने के लिए कमेंट देखें. वहां आपको फैसला मिलेगा."


