जो लोग भ्रष्टाचार और कालेधन के विरुद्ध जहादिदी झंडादार हैं, वही लोग अपार्थित्रोध्य भ्रष्ट कालेधन का सैन्न्य राश्ट्रतंत्र का निर्माण कर रहे हैं।

पलाश विश्वास शायद यह अब तक का सबसे खतरनाक राजनैतिक समीकरण है। सीधा विश्व बैंक, यूरोपीय समु्दाय, अंतर्राष्ट्र्रीय चर्च संगठनों, विश्व व्यापार संगठनों, यूनस्को, अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष के प्रत्येक विदेशीय विनियोग से पोषित सामाजित प्रतिबंधता के लिए भारी साख वाले तमाम परिचित चेहरे, मीडिया और कॉर्पोरेट जगत के हस्ती एक के बाद एक खास आदमी पार्टी में शामिल होते जा रहे हैं।

राजनीति के इस एनजिओकरण के कॉर्पोरेट कायकल्प की चकाचौंध में राज्य तंत्र को जस का तस बनाए रखते हुए, कॉर्पोरेट राज और विदेशी पूंजी को निरंकुश बनाते हुए जनसंघारी नीतियों की निरंतरता बनाए रखते हुए, उत्तर आधुनिकीकरण की जयवादीन रंगभेदी मनुस्मृति वैश्विक व्यवस्था को अभूतपूर्व वैधता देते हुए एक और ईश्वरीय आध्यात्मिक परिवर्तन का परिचय तैयार है।

मीड़िया सर्वे के मुतााबिक यह परिवर्तन सुनामी ही अगला जनादेश है।

इसी के मध्य मध्यवर्गीय क्रयशक्ति संपन्न उपभोक्ता नवधान्य...