गुजरात का तड़ीपार बिहार से भी तड़ीपार हो जायेगा
गुजरात का तड़ीपार बिहार से भी तड़ीपार हो जायेगा
बिहार में भारतीय जनता पार्टी गुटबाजी के कारण या नेताओं के बड़बोलेपन से वह विधानसभा चुनाव में तड़ीपार होगी। गुजरात के तड़ीपार नेता जी बिहार में आसन जमा कर तरह-तरह के खेल, खेल रहे हैं उसके बावजूद भी राम जेठमलानी, नरेन्द्र मोदी को यह प्रमाण पत्र दे रहे हैं कि मोदी ने लोगों को छला है, नीतीश को वोट करो। दूसरी तरफ भाजपा के बड़े नेता सुशील मोदी लोकसभा चुनाव के बाद फेकू स्टाइल में स्कूटी के साथ दो साल पेट्रोल देने का वादा कर रहे हैं। विकास की चर्चा लगभग बंद सी हो गयी है और मतदाताओं को भारतीय जनता पार्टी लालच और प्रलोभन दे रही है। यह उसकी हताशा का प्रमाण है।
बगल के झारखण्ड में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की कोशिशें नाकाम हो रही हैं जिससे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में हताशा बढ़ रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी बढ़ रही है।
बिहार में आरा से लोकसभा सांसद आरके सिंह और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के गंभीर आरोपों के कारण भाजपा संकट में है।
बिहार के कुछ लोकसभा सांसद ऐसे हैं जिनके बयानों से पार्टी अक्सर बैकफुट पर आ जाती है।
नवादा से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी पर नस्ली टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा का था कि गोरी चमड़ी के कारण कांग्रेस ने सोनिया का नेतृत्व स्वीकार किया। बाद में उन्होंने माफी मांगी। बक्सर से भाजपा सांसद अश्विनी चौबे ने सोनिया गांधी की तुलना मिथकीय चरित्र राक्षसी पूतना से की थी। पूतना को कंस ने बालक कृष्ण की हत्या के लिए भेजा था।
जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुजफ्फपुर में रैली के बाद भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने नीतीश कुमार से मुलाकात कर उनकी जमकर तारीफ की थी। सिन्हा ने नीतीश पर मोदी के डीएनए वाले बयान की भी आलोचना की थी।
दरभंगा से भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर बतौर क्रिकेट प्रशासक दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। छेदी पासवान अपने बेटे रवि पासवान को पार्टी से टिकट नहीं दिला पाने का मलाल है। छेदी पासवान ने आरोप लगाया है कि पार्टी में सीनियर नेताओं को अलग-थलग किया जा रहा है। सासाराम से बीजेपी सांसद पासवान पार्टी से बेहद खफा हैं। जब पार्टी ने रवि पासवान को टिकट नहीं दिया तो उन्होंने समाजवादी पार्टी का थाम लिया।
सांसद हरि मांझी गया में मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के साथ मंच पर थे। उन्होंने बात-बात में बीजेपी को 'बौरा जाने वाली पार्टी' करार दिया था। वहीं लालू अकेले ही इनके बड़बोलेपन का जवाब दे रहे हैं, जिसका उत्तर भाजापा को नहीं सूझ रहा है।
लालू ने ट्विटर पर लिखा है कि एक नरभक्षी और तड़ीपार बिहार को सदाचार ना सिखाए। पहले स्वयं के कुकर्म और खुद पर लगी सारी जघन्य धाराओं के बारे में चिल्लाकर लोगों को बताएं या कलयुगी धृतराष्ट्र और को दुर्योधन की जोड़ी।
आरएसएस प्रमुख मोहन भगवत ने आर्थिक आधार पर आरक्षण पर बात उठा कर बिहार के दलितों और पिछड़ों का भाजपा से मोहभंग करा दिया है, इसीलिए बिहार चुनाव में भाजपा लगातार पिछड़ती जा रही है। सिर्फ मीडिया संस्थानों को जो अकूत पैसा बांटा गया है, वह दिन रात भाजपा या मोदी-मोदी चिल्ला रहे हैं। उसका असर जनता के ऊपर नहीं पड़ रहा है। मोदी या तड़ीपार कुछ क्षेत्रीय दलों को ले जा कर चुनाव लडवा रहे हैं, लेकिन उनकी भूमिका खुल चुकी है और उन्हें वोट कटवा के रूप मे जनता ले रही है, इसलिए यह सुनिश्चित होता जा रहा है कि गुजरात का तड़ीपार बिहार से भी तड़ीपार हो जायेगा।
रणधीर सिंह सुमन
लो क सं घ र्ष !


