जब तक कश्मीर भारत में है, महजब्बी मुल्क की कोई सूरत नहीं है

मेहनतकशों और मजलूमों के हक में खड़ी हो जाएं मर्चाबंद हो इंसानियत तो कोई सूरत नहीं कि कट्लेआ, आगजनी का यह सिलसिला चले।

कश्मीर के हक में बाकी भारत हो लामबंद तो वैसे ही हिंदूराष्ट्र भारत नहीं बनेगा हरगिज जैसे पुरजोर मुकम्मल जंग के बवाजूद नेपाल फिर हिंदूराष्ट्र नहीं बना।

गुलामिया अब हम नाहीं बजायबो

अजदिया हमारे के भावले

पलाश विश्वास

गुलामिया अब हम नाहीं बजायबो

अजदिया हमारे के भावले