नई दिल्ली,29 अप्रैल। आम आदमी पार्टी और उसके मुखिया अरविन्द केजरीवाल पर यह आरोप तो हमेशा लगता रहता है कि वे भारतीय जनता पार्टी द्वारा गढ़ा गया विपक्ष हैं और भाजपा विरोधी मोर्चे को कमजोर करने के लिए ही काम करते हैं, लेकिन अब उच्चतम न्यायालय के चर्चितपूर्व न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने बाकायदा अरविंद केजरीवाल को सलाह दे दी है कि वे पूरी पार्टी समेत भाजपा में शरीक हो जाएं।

जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने “आप के लिए मेरी गंभीर सलाह” शीर्षक से अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने कहा कि -

मैं आप का वास्तविक शुभचिंतक हूं।

इसलिए मैं उनको तीन व्यावहारिक विकल्प सुझा रहा हूं

1. अरविंद केजरीवाल को सभी आप के विधायकों के साथ इस शर्त पर कि दिल्ली विधान सभा और दिल्ली सरकार भंग नहीं होगी, बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए। इसके लिए एक ऐतिहासिक उदाहरण है जब पूरे हरियाणा के विधायक इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

2. अगर केजरीवाल इस बात से सहमत नहीं हैं, तो आम आदमी पार्टी के अन्य विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों, आदि के लिए केजरीवाल को निलंबित करना चाहिए और मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में उसी स्थिति पर बीजेपी में सामूहिक रूप से शामिल करना चाहिए।

3. यदि सिसोदिया भी सहमत नहीं है, तो उन्हें निलंबित भी करें और बीजेपी को सामूहिक रूप से शामिल हो जाएं।

हरि ओम

हालाँकि जस्टिस मार्कंडेय काटजू की पोस्ट से समझा जा सकता है कि उन्होंने “आप” की राजनीति पर बहुत करारा व्यंग्य किया है और इशारों-इशारों में कहा है कि जो काम “आप” छिपकर कर रही है, उसे खुलकर करे, आखिर “आप” की मंजिल तो भाजपा ही है। काल करै सो आजकर, आज करै सो अब।