सभी भारत के निवासी सुबह उठते ही ये पाठ पढ़ें :

" जय नरेन्द्र ज्ञान गुन सागर

जय मोदीश तिहुं लोक उजागर

रामदूत अतुलित बल धामा

हीराबेन महा पूत नामा

महाबीर बिक्रम बजरंगी

56 इंच का सीना आंगी

'विश्वगुरु भारत के कीन्हा'

राम मंदिर अयोध्या दीन्हा

विद्यावान गुणी अति चातुर

मुस्लिम हीन भारत करि आतुर

सूक्ष्म रूप धरि सबन दिखावा

विकट रूप धरि देस जरावा

विरोधी पक्ष निकट नहीं आवें

मोदी जब जब नाम सुनावें

ग़ुरबत कटे मिटे बेकारी

सुनते तोहरी महिमा सारी

जय जय जय मोदी गोसाईं

कृपा करो भगवान की नांईं'

जस्टिस मार्कंडेय काटजू

(जस्टिस काटजू सर्वोच्च न्यायालय के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश हैं। यह उनके निजी विचार हैं।)

Justice Katju wrote Modi Chalisa