जेपी की पुण्यतिथि पर समाजवाद लाओ पूंजीवाद हराओ दिवस
जेपी की पुण्यतिथि पर समाजवाद लाओ पूंजीवाद हराओ दिवस
नई दिल्ली। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि (8 अक्तूबर) के अवसर पर सोशलिस्ट पार्टी ने सभी राज्यों में ‘समाजवाद लाओ पूंजीवाद हराओ’ दिवस आयोजित करने का निर्णय किया है। इसके तहत पार्टी कार्यकर्ता निम्नलिखित 11 सूत्रीय परचा बांटेंगे और जनसभाओं का आयोजन करेंगे।
पार्टी प्रवक्ता और महासचिव डॉ. प्रेम सिंह ने हस्तक्षेप को बताया कि भारत के शासक वर्ग द्वारा अपनाए गए विकास के पूंजीवादी मॉडल ने खास कर पिछले 2025 सालों में देश को तबाही के कगार पर ला दिया है। इस विकास के तहत हासिल की जाने वाली वृद्धिदर (ग्रोथ रेट) से केवल बेकारी और मंहगाई ब़ी है। कामगारों और धनवानों के बीच आमदनी की खाई कई लाख गुना चौड़ी हो गई है। जीवाश्म इरंधन पर आधारित टेक्नॉलॉजी से पर्यावरण का विनाश हुआ है। यह जनविरोधी और विनाशकारी विकास तुरंत रोका जाना चाहिए और नीचे दिए गए एजेंडे के आधार पर राष्ट्रनिर्माण का काम होना चाहिए :
1.पूंजीवादी विकास के मॉडल की जगह पूर्ण रोजगार का लक्ष्य रख कर कृषिउद्योग आधारित मॉडल अपनाया जाए।
2.दुनिया के बाजार में रुपये की कीमत इसलिए गिर रही है क्योंकि हम निर्यात से ज्यादा आयात करते हैं। ऐसा करना अनिवार्यतः बंद किया जाए। सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाया जाए। तेल का आयात और खपत आधा किया जाए। केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारियों की दी जाने वाली गाड़ियों में भारी कटौती की जाए। निजी गाड़ियों का इस्तेमाल कम किया जाए और सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था मजबूत और सुचारू बनाई जाए।
3.खुदरा, रक्षा, बैंकिंग, बीमा, पेंशन आदि में एफडीआई पर पूर्ण प्रतिबंध हो।
4.खेती के लिए उपजाऊ जमीन का उद्योगों के लिए अधिग्रहण न हो। जरूरी औद्योगिक संयत्र बंजर और निर्जन पहाड़ी जमीन पर लगाए जाएं। प्राथमिकता के आधार पर सिंचाई की उचित व्यवस्था की जाए। खेती के लिए दिया जाने वाले कर्ज का ब्याज 4 प्रतिशत से ज्यादा न हो। खेती की उपज का लाभाकारी मूल्य मिले। ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, पीने के पानी, और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की प्राथमिकता के आधार पर व्यवस्था की जाए। प्रस्तावित दिल्लीमुंबई औद्योगिक कॉरीडोर रद्द किया जाए। ग्रामसभाओं को भूमि, पानी, जंगल, खनिज आदि के उपयोग का संविधान सम्मत अधिकार दिया जाए।
5.शिक्षा के निजीकरण पर तुरंत रोक लगे और सबको रुचि और प्रतिभा के अनुसार मुफ्त व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए। महिलाओं और आदिवासियों की शिक्षा के लिए विशोष उपाय किए जाएं।
6.स्वास्थ्य सेवाओं का कतई निजीकरण न हो। प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों पर डाक्टरों, दवाइयों और उपकरणों की समुचित व्यवस्था हो।
7.महिलाओं का हर तरह की हिंसा और अन्याय से बचाव हो। महिलादेह के बाजारीकरण पर प्रतिबंध लगे। संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के आरक्षण का विधेयक तुरंत पारित हो।
8.बिना मुकदमे के जेलों में बंद नौजवानों, विशोषकर मुस्लिम नौजवानों को तुरंत रिहा किया जाए। जस्टिस सच्चर कमेटी की रपट की सिफारिशों को ईमानदारी और तेजी से लागू किया जाए।
9.सभी नागरिकों को, खासकर महिलाओं और बच्चों को, भूख और कुपोषण ये बचाने के लिए खाद्य सुरक्षा दी जाए। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को मजबूत बनाया जाए।
10.सरकारी दफ्तरों में लोगों का काम बिना परेशानी समय पर हो। भ्रष्ट प्रशासकों और नेताओं पर कड़ी कार्रवाई हो।
11.असंगठित क्षेत्र के 60 साल से ऊपर के स्त्रीपुरुषों को हर महीने 2000 रुपया पेंशन मिले।
डॉ. प्रेम सिंह ने कहा कि सोशलिस्ट पार्टी दिल्ली प्रदेश के कार्यकर्ता 8 अक्तूबर को सुबह 11 बजे से शाम तक शहर के विभिन्न इलाकों में परचा बाटेंगे। शाम को उस्मान पुर में जनसभा का आयोजन किया जाएगा। जनसभा को पार्टी के वरिष्ठ सदस्य जस्टिस राजेंद्र सच्चर, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य एवं पूर्व विधायक रामगोपाल सिसोदिया, वरिष्ठ समाजवादी नेता एवं पूर्व विधायक डॉ. राजकुमार जैन, वरिष्ठ समाजवादी नेता थान सिंह जोश व श्याम गंभीर, निगम पार्षद राकेश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. ओंकार मित्तल, दिल्ली प्रदेश की अध्यक्ष रेणु गंभीर, दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष मसूद खान, दिल्ली प्रदेश के सचिव प्रोफेसर द्विजेंद्र कालिया, पार्लियामेंटरी बोर्ड के सचिव डॉ. अश्वनी कुमार आदि संबोधित करेंगे।


