दरअसल आरएसएस-वादी मानते हैं कि दलित-पिछड़े हिंदू नहीं हैं
दरअसल आरएसएस-वादी मानते हैं कि दलित-पिछड़े हिंदू नहीं हैं
आरएसएस-वालों को आंबेडकर-पेरियार स्टूडेंट सर्किल से डर क्यों?
यानी आरएसएस-वादी दरअसल यह मानते हैं कि दलित-पिछड़े हिंदू नहीं हैं! आइआइटी-मद्रास में आंबेडकर-पेरियार विद्यार्थी संगठन पर आयद पाबंदी की जड़ में जो शिकायत है, उसमें एक आरोप यह भी है कि एपीएससी 'नरेंद्र मोदी और हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैला रहा है।' एक बेनामी शख्स भारत सरकार यानी नरेंद्र मोदी की सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय में यह शिकायत पहुंचाता है और मंत्रालय संस्थान से सफाई मांग लेता है। यानी अब बेनामियों की बहार है! वे अब किसी भी संस्थान या संगठन की गतिविधियों के खिलाफ 'रपट' मंत्रालय को भेज सकते है और सरकार उसका संज्ञान लेगी!
बहरहाल, आंबेडकर-पेरियार स्टूडेंट सर्किल नरेंद्र मोदी के साथ-साथ 'हिंदुओं' के खिलाफ नफरत फैला रहा था। आंबेडकर सबके हैं, लेकिन उन्हें दलित-प्रतीक बनाया आरएसएस-वालों ने, इसी तरह, पेरियार को पिछड़ी जातियों में समेटा आरएसएस-वालों ने! यानी जब दलित और पिछड़े प्रतीक वाला यह संगठन 'हिंदुओं' के 'खिलाफ' नफरत फैला रहा था, तो जाहिर है कि आरएसएस-वाले यह मानते हैं कि यह संगठन 'हिंदुओं' के खिलाफ है। खैर, अब बताया जाए कि 'हिंदू' कौन है?
तो दलित-पिछड़ी जातियों की पृष्ठभूमि वाले लोगों, कितनी बार ये आरएसएस-वाले यह समझाएंगे आपको कि आप 'हिंदू' सिर्फ तब हैं, जब सत्ता के लिए इन्हें आपका वोट चाहिए। बाकी वक्त आप इस हिंदू-व्यवस्था में सिर्फ नीच कही जाने वाली जाति के हैं, जिनके लिए इस व्यवस्था में जगह सिर्फ मूक और दर्शक रहने के लिए है!
आइआइटी-मद्रास में एपीएससी संविधान से भी मिले अपने हक के तहत वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के मकसद से सामाजिक-राजनीतिक-आर्थिक विषयों पर बहस खड़ी कर रहा था और आरएसएस-वाले डर रहे थे। यह डर क्यों? यह साधारण-सी बात बताने के लिए किसी दूसरे गोले से कोई नहीं आएगा कि वैज्ञानिक सोच और सामाजिक-राजनीतिक-आर्थिक मसलों पर बहस से 'हिंदुओं' यानी सवर्णों ऊंची कही जाने वाली जातियों की कुर्सी के पाए टूटते हैं, इसलिए वे हर हाल में वैज्ञानिक सोच और बहस को प्रतिबंधित करेंगे। अब 'नीच' कही जाने वाली जातियों की ओर से जो 'तूफान' खड़ा हो रहा है, उससे उनका डरना लाजिमी है जो खुद को 'हिंदू' यानी सवर्ण मानते हैं...!
अरविंद शेष
अरविंद शेष की फेसबुक टाइमलाइन से


